उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के मंझनपुर प्रखंड में एक युवती ने अपने पति को घर के आंगन में ही दफना दिया। उसने अपने पड़ोसियों से कहा कि वह अपने पति की मृत्यु से पहले किए गए वादे को पूरा कर रही है। जब कुछ स्थानीय लोगों ने पुलिस से शिकायत की, तो उसने घटना के बारे में अनभिज्ञता जताई। खबरों के मुताबिक, करण नाम के 35 वर्षीय शख्स ने परिवार के अन्य सदस्यों को दूसरे कमरे में बंद करने के बाद अपने घर के कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। घटना 8 मार्च की है।
पोस्टमॉर्टम के बाद शव पत्नी को सौंपा गया
मृतक की पत्नी पूजा ने दावा किया कि उसके पति ने उससे वादा लिया था कि वह उसे अपने घर की चारदीवारी के अंदर दफन करेगी। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव उसकी पत्नी को सौंप दिया। आत्महत्या के पीछे का कारण अभी भी अज्ञात है। पूजा ने दो दिन पहले घर की चारदीवारी के अंदर कब्र खोदा और अपने पति को उसकी इच्छा के अनुसार उसी में दफना दिया।
10 साल पहले पूजा से हुई थी करण की शादी
करण की पूजा से करीब 10 साल पहले शादी हुई थी और दंपति के चार और तीन साल के दो बच्चे हैं। करन के बड़े भाई शिवचरण ने भी करीब पांच साल पहले दिल्ली में आत्महत्या कर ली थी, जहां वह काम कर रहा था। संपर्क किए जाने पर मंझनपुर पुलिस ने कहा कि व्यक्ति ने फांसी लगाकर जान दे दी और पुलिस ने सभी कानूनी प्रक्रियाओं और औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद शव परिवार के सदस्यों को सौंप दिया।
'आंगन में कब्र बनाए जाने की जानकारी नहीं'
पुलिस ने कहा कि घर के आंगन में मृतक की कब्र बनाए जाने के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। एक स्थानीय निवासी ने कहा कि यह प्रथा गलत है, अगर सभी ने इसका पालन किया, तो यह गांव एक दिन कब्रिस्तान में बदल जाएगा।