उत्तर प्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं। शाहजहांपुर के बाद अब हरदोई में बाढ़ ने तबाही मचाना शुरू कर दिया है। हरदोई की चार तहसीलें व सैकड़ों गांव पानी में डूब गए हैं। शाहाबाद, सवाजपुर, बिलग्राम व हरदोई सदर के गांवों बाढ़ का पानी घुस गया है। बाढ़ का पानी सड़कों के ऊपर से बह रहा है।
घर छोड़ने को मजबूर हुए ग्रामीण
बाढ़ से फसलें चौपट हो गई हैं। ग्रामीण अपना घर छोड़कर सड़कों पर डेरा डालने को मजबूर हो गए हैं। गांव से जुड़े संपर्क मार्ग भी कट गए हैं। प्रशासन ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचने की कवायत में जुटा हुई है। ग्रामीण भी जरूरी समान लेकर सुरक्षित स्थानों की तलाश में निकल रहे हैं।
पावर हाउस में घुसा पानी
शाहाबाद तहसील के अगमपुर स्थित 132 केवीए पावर हाउस में बाढ़ का पानी घुस गया है। 3 फीट के ऊपर बाढ़ का पानी बह रहा है। कई गांव की बिजली गुल हो गई है। बाढ़ का पानी कम न होने तक बिजली सप्लाई बंद कर दी गई है।
ऊंचाई वाली सड़कों पर रह रहे ग्रामीण
हरदोई की गर्रा नदी ने बढ़े जलस्तर के कारण रौद्र रूप ले लिया है। हरदोई के चार तहसील व कई गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। चारों तहसील की बात करें तो लगभग 150 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। हरदोई के पाली और शाहाबाद का संपर्क मार्ग बाढ़ में बह गया है। अब ग्रामीणों को आने-जाने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। बाढ़ का पानी आसपास के गांव में घुस चुका है। ग्रामीणों को सड़कों पर जाकर रहना पड़ रहा है।
बाढ़ के पानी में फंसे गौवंश
पाली के ही अंतर्गत आने वाले कहरकोला गांव के आसपास इतना पानी है कि प्रशासन के भी जल्दी हिम्मत इस गांव की ओर आने की नहीं हो रही है। बाढ़ से परेशान ग्रामीणों ने बताया कि आने- जाने में दिक्कत हो रही है। स्थानीय प्रशासन का अभी तक उनकी ओर ध्यान नहीं गया है। कहारकोला के पास ही एक टीले पर कुछ आवारा गौवंश फंसे हुए हैं। इनको निकालने का अभी तक प्रयास नहीं किया गया है।
स्थानीय प्रशासन के साथ SDRF की टीम जुटी
तहसील शाहाबाद के अतरची गांव भी इन दिनों बाढ़ की चपेट में है। गांव के अंदर पानी ही पानी है। बाढ़ से परेशान ग्रामीणों ने बताया कि अभी उन्हें खाना तो मिल रहा है पर जानवरो का चारा नहीं मिल रहा है। बाढ़ की समस्याओं के बीच प्रशासन के साथ एसडीआरएफ की टीम लगी हुई है।
रिपोर्ट - राम श्रीवास्तव