उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में भोले बाबा के प्रवचन के दौरान मची भगदड़ में मारे गए लोगों में मथुरा की 10 महिलाएं शामिल हैं। हाथरस जिले के फुलरई गांव में प्रवचनकर्ता बाबा नारायण हरि उर्फ साकार विश्व हरि ‘भोले बाबा’ के कार्यक्रम में मंगलवार को ढाई लाख से अनुयायी एकत्र हुए थे। इस दौरान मची भगदड़ के कारण 121 लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकतर महिलाएं हैं। अधिकतर लोगों की मौत दम घुटने के कारण हुई।
अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) योगानंद पाण्डेय ने बताया कि हाथरस की घटना में मारे गए लोगों में मथुरा की 10 महिलाएं शामिल थीं, जिनमें से तीन महिलाएं मगोर्रा थाना क्षेत्र की हैं। उन्होंने बताया कि डोमपुरा गांव निवासी वासो देवी (65) का शव मथुरा पहुंचाए जाने के बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया, जबकि उसी गांव की मंदिरा देवी (70) और नगला हरजू निवासी श्यामवती (58) के शव भी मथुरा पहुंचाए जा रहे हैं।
कई लोग लापता हैं
उन्होंने बताया कि भगदड़ में मारी गई महिलाओं में मथुरा की 76 वर्षीय कमलेश, 65 वर्षीय जशोदा और 65 साल की त्रिवेणी, शकुंतला देवी, अंगूरी देवी और दो अन्य महिलाएं भी शामिल हैं। पाण्डेय ने बताया कि अभी तक मिली जानकारी के अनुसार, सौंख कस्बा से सटे बछगांव से तीन बस के जरिए करीब 200 महिलाएं व पुरुष हाथरस के सत्संग में भाग लेने गए थे। उन्होंने बताया कि इनके अलावा जमुनापार के लोहवन गांव से भी करीब 40 लोग सत्संग में शामिल होने गए थे और उनमें से भी कुछ लोग लापता है। आशंका है कि उनमें से भी कुछ लोग मृतकों में शामिल हो सकते हैं।
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