उत्तर प्रदेश में योगी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। अधिकारियों के तबादले किए जा रहे हैं। पकड़े जाने पर कड़ी कार्रवाई हो रही है, लेकिन रिश्वतखोरी प्रशासन के अंग-अंग में इस तरह बसी हुई है कि पुलिसवाले मजबूर लोगों का फायदा उठाने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। ऐसी ही एक घटना जनपद हापुड़ के बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र में हुई है। यहां एक युवक की शिकायत पर मुहर लगाने के बदले मुंशी ने उससे एक किलो जलेबी मंगा ली।
युवक का आरोप है कि उसकी लिखित शिकायत पर सिर्फ मुहर लगाने के बदले एक किलो जलेबी मंगाई गई और जलेबी मिलने के बाद ही मुंशी ने अपना काम किया।
फोन चोरी की शिकायत पर मांगी जलेबी
चंचल कुमार नाम के युवक ने बताया गया कि वह बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र के कन्नोर गांव का रहने वाला है। वह शनिवार की शाम दवाई लेने के लिए निकला था। सफर के दौरान उसका मोबाइल खो गया। मोबाइल चोरी की शिकायत लेकर वह बहादुरगढ़ थाने पहुंचा। युवक के अनुसार थाने में मौजूद मुंशी ने कार्रवाई करने से पहले एक किलो मीठा, जलेबी या बालूशाही लाने की मांग की और उसके बाद ही कार्यवाही करने की बात कही।
जलेबी लेकर आया युवक
रिपोर्ट लिखवाने आया मजबूर युवक थाने से बाहर जाकर पहले एक किलो जलेबी लेकर आया। इसके बाद उसकी सुनवाई थाने में हो सकी। पीड़ित युवक अपना मोबाइल खोने/चोरी होने की शिकायत लेकर थाने पहुंचा था, जिस पर मौजूद पुलिसकर्मी ने पहले पीड़ित से लिखित में शिकायत देने के लिए कहा। पीड़ित ने एक आवेदन लिख दिया। इसके बाद थाने में आगे की कार्रवाई करने से पहले पुलिसकर्मी ने पीड़ित से 1 किलो मीठा लाने को कहा। मजबूर युवक पुलिस की मांग के अनुसार एक किलो जलेबी लेकर आया। इसके बाद उसकी शिकायत पर थाने के मुंशी ने मोहर लगाई।
नप गया अधिकारी
मुहर लगाने के लिए रिश्वत में जलेबी मांगने वाले मुंशी के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। प्रकरण का संज्ञान लेकर हापुड़ पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जलेबी मांगने के आरोप में थाने पर तैनात होमगार्ड पर कार्रवाई की गई है। क्षेत्राधिकारी गढ़मुक्तेश्वर आशुतोष शिवम ने इस मामले में आधिकारिक बयान जारी किया है।
(हापुड़ से निशांक शर्मा की रिपोर्ट)
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