यूपी के ग्रेटर नोएडा में बुधवार को एक व्यक्ति के पास से भारी मात्रा में गैर ब्रांडेड चाय और नमक जब्त किया गया है जो टाटा ब्रांड के नाम से बाजार में बेचे जाने के लिए था। पुलिस ने कहा कि आरोपी को भी पकड़ा गया है और उसपर धोखाधड़ी एवं कॉपीराइट उल्लंघन को लेकर मामला दर्ज किया गया है। एक अधिकारी ने कहा कि आरोपी तरूण जैन उर्फ तन्नु को स्थानीय दादरी थाने के अधिकारियों ने पकड़ा। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘बुधवार को आरोपी को दादरी में रेलवे स्टेशन रोड से गिरफ्तार किया गया जो नकली नमक और चाय को टाटा कंपनी के रैपर में पैक कर बेच रहा था।’’
6 महीने से चला रहे थे फर्जी कारोबार
उन्होंने बताया कि उसके पास से टाटा टी प्रीमियम के 12 खुले हुए कट्टे, टाटा नमक के 45 सील कट्टे, टाटा नमक के 10 खुले कट्टे , टाटा टी प्रीमियम खाली पैकिंग वाली 1490 पन्नी , टाटा नमक की खाली पैकिंग वाली 250 पन्नी, पैकेट बनाने वाली एक मशीन, वजन करने वाली मशीन आदि बरामद किए गए। पकड़ा गया आरोपी तरुण जैन गौतमबुद्धनगर के दादरी का रहने वाला है। वह मकान में नकली नमक और चाय को लाकर रखता था। इसके बाद पैकिंग करके मार्केट में बेचने का धंधा करीब 6 महीने से कर रहा था। इससे पहले यह गैंग हरियाणा के फरीदाबाद में नकली कारोबार का धंधा करती थी। वहां से ये आरोपी जेल जा चुके हैं।
ऐसे करें नकली नमक और चाय पत्ती की पहचान-
- असली टाटा नमक का रेपर नकली नमक के रेपर से पतला रहता है।
- असली नमक का पैकेट बिल्कुल सफेद रंग का होगा, जबकि नकली नमक हल्का पीला रंग दिखेगा।
- इसके साथ ही असली नमक छूने में पतला और नकली नमक, असली नमक से मोटे में होगा।
- असली नमक की पहचान पैकेट पर दिए बार कोड से भी पता कर सकते है।
- वहीं असली टाटा चाय पत्ती की पैकिंग के बाहर बीच की लाइन सिल्वर दिखेगी और नकली पैकिंग में हरे रंग की लाइन में दिखेगी।
- इसके अलावा असली पैकेट पर दिए टाटा कंपनी के बार कोड के जरिए भी ग्राहक पहचान कर सकते है।
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