पूरे दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण में शुक्रवार को मामूली सुधार हुआ है लेकिन ग्रेटर नोएडा अभी भी सबसे ज्यादा प्रदूषण के मामले में टॉप पायदान पर है। सुबह से शाम तक आसमान में स्मॉग की चादर ने पूरे वातावरण को ढक रखा है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अनुसार, ग्रेटर नोएडा की हवा गुरुवार को फिर से देश में सबसे ज्यादा प्रदूषित दर्ज की गई है। इंडेक्स में यहां की एयर क्वालिटी शाम 6 बजे के मुताबिक 439 है, जो डेंजर जोन में आती है।
नॉलेज पार्क इलाके का बुरा हाल
ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क इलाके का हाल और भी बुरा है। यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स शाम 6 बजे के मुताबिक 478 दर्ज किया गया है। सबसे ज्यादा एक्यूआई के मामले में ग्रेटर नोएडा पहले, हरियाणा का कैथल दूसरे और देश की राजधानी दिल्ली तीसरे नंबर पर है। पॉल्यूशन के मद्देनजर गाजियाबाद और नोएडा में बीएस 3 और बीएस 4 वाहनों के संचालन पर पूरी तरह रोक लगी हुई है। बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए जिला प्रशासन ने 10 नवंबर तक स्कूल बंद करने के आदेश पहले ही जारी कर दिए हैं।
बच्चों की आंखों में जलन, गले में खराश की शिकायतें
इस प्रदूषण के चलते बच्चों की आंखों में जलन और गले में खराश की शिकायतें आ रही थी। केजरीवाल सरकार दिल्ली में जल्द ही आईआईटी कानपुर से कृत्रिम बारिश कराने की तैयारी में है। इस बीच मांग उठ रही है कि पॉल्यूशन से प्रभावित गाजियाबाद-नोएडा में भी कृत्रिम बारिश कराई जाए।
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