अयोध्या में भव्य राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा से पहले अधूरे कार्य तेजी से तेजी पूरे किए जा रहे हैं। भगवान श्री रामलला सरकार के गर्भगृह में सोमवार को सोने का अंतिम दरवाजा लगाया गया। इसके साथ ही राम लला के दरबार में सोने के दरवाजा लगाने का काम पूरा गया है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का कहना है कि गर्भगृह में स्वर्ण द्वारों की स्थापना के साथ भूतल पर सभी स्वर्ण द्वारों की स्थापना का काम पूरा हो गया है।
मोर की बनाई गई है डिजाइन
सोने के गेट पर मोर की तस्वीरें बनी हैं जोकि बेहद खूबसूरत लग रही हैं। द्वार बनाए गए मोर की डिजाइन देखकर ऐसा लग रहा है कि वह नाच रहा है। इसके साथ ही बेहतरीन डिजाइन भी बनाए गए हैं।
गर्भ गृह का गेट का काफी चौड़ा है। सोने के गेट पर एक तरह की डिजाइन बनाई गई है।
बता दें कि पहले कई दिनों से सोने के गेट लगाने का काम चल रहा था। आज काम पूरा है। मंदिर में कुल 13 सोने के दरवाजे लगाए गए हैं। बताया जा रहा है कि 13 दरवाजों की आकृति अलग-अलग है।
अयोध्या में चिकित्सा सुविधाएं मजबूत
वहीं, केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि उसने अगले सप्ताह राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अयोध्या में चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 जनवरी को 8,000 से अधिक मेहमानों की उपस्थिति में अयोध्या स्थित भव्य मंदिर में भगवान राम की प्रतिमा के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह में भाग लेंगे। मंदिर में 23 जनवरी से लाखों भक्तों के आने की उम्मीद है। मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह और भक्तों के आगमन के मद्देनजर उत्तर प्रदेश के इस शहर में व्यापक व्यवस्था की जा रही है।
विशेषज्ञ अयोध्या भेजे गए
सूचना और प्रसारण मंत्रालय में सचिव अपूर्व चंद्रा ने कहा कि अयोध्या में 120 बिस्तरों वाले अस्पताल को उन्नत किया गया है और इसमें आपातकालीन बिस्तर जोड़े गए हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या में 350 बिस्तरों वाले राजर्षि दशरथ स्वायत्त राज्य मेडिकल कॉलेज को भी 50 आपातकालीन बिस्तरों सहित 200 बिस्तरों के साथ उन्नत किया गया है। चंद्रा ने कहा कि दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के ट्रॉमा सेंटर की एक टीम को 200 पैरामेडिक्स को प्रशिक्षित करने के लिए अयोध्या भेजा गया है ताकि चिकित्सा संबंधी आपात स्थिति से निपटा जा सके।