गाजियाबाद: एनसीआर समेत पूरे नोएडा और गाजियाबाद में स्मॉग की चादर ने पूरे वातावरण को ढक रखा है। लोगों को सांस लेने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। गाजियाबाद की अगर बात करें तो यहां पर एक्यूआई बद से बदतर हालत पर पहुंच गया है। गाजियाबाद जिला प्रशासन लाख दावे और वादे करे, लेकिन, बढ़ते प्रदूषण को रोक पाने में प्रशासन द्वारा की जा रही कोशिश नाकाम दिखाई दे रही हैं।
गाजियाबाद कॉलोनी सबसे ज्यादा प्रदूषित है। यहां पर आंकड़ा 500 के पास पहुंच गया है। लोनी से एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक्यूआई सेंटर के बाहर ही वॉटर स्प्रिंकलर चलता हुआ दिखाई दे रहा है जिसके जरिए कोशिश की जा रही है कि एक्यूआई को मापने वाली मशीन आसपास के प्रदूषण को साफ करके बढ़ते आंकड़ों को कम करता हुआ दिखाई दे। लोनी में नगर पालिका कार्यालय पर एक्यूआई मॉनिटरिंग सिस्टम लगा है, उसी के पास लगातार वॉटर कैनन चलाकर मशीन को बेवकूफ बनाया जा रहा है।
शुक्रवार की सुबह 9 बजे एक्यूआई 497 था। वहीं, अगर शाम 6 बजे की बात की जाए तो एक्यूआई 466 दर्ज किया गया है। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि किस तरीके से लगातार प्रदूषण बढ़ता जा रहा है और प्रशासन की कोशिश नाकाम साबित हो रही है। ग्रेप 3 के नियम लागू कर दिए गए हैं और अब दिल्ली में बच्चों के स्कूल पांचवीं तक ऑनलाइन कर दिए गए हैं। यही रिकमेंडेशन गाजियाबाद और नोएडा में भी भेजी गई है। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो आने वाले कुछ दिन एनसीआर पर भारी पड़ने वाले हैं और लोगों को इससे भी बदतर हालत का सामना करना पड़ सकता है इसीलिए लोगों से अपील है कि अगर बहुत जरूरी ना हो तो घरों से ना निकले।