मथुरा में कृष्ण जनमाष्टमी पर उपवास के दौरान कुट्टू के आटे से बने पकौड़े खाने वाले 60 से ज्यादा लोगों की तबीयत बिगड़ गई। सभी को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है। मामला मथुरा के फरह इलाके का है। कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर कुट्टू के आटे के पकोड़े बनाए गए थे। पकौड़े खाने के कुछ देर बाद ही लोगों को पेट दर्द, उल्टी और दस्त की शिकायत होने लगी। आनन-फानन में बीमार लोगों को फरह के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। मरीजों में कुछ की हालत बिगड़ने लगी, जिसके बाद छह लोगों को आगरा के एसएन अस्पताल रेफर किया गया। इसके अलावा 15 लोगों को मथुरा के जिला अस्पताल और 11 लोगों को वृंदावन के एक अस्पताल रेफर किया गया।
फूड विभाग में मचा हड़कंप
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात स्टाफ नर्स जसवंत यादव ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग के कारण महिलाएं, बच्चे समेत करीब 60 से अधिक लोग बीमार पड़ गए हैं। इन लोगों ने कुट्टू के आटे के पकौड़े खाए थे, जिसके कारण इनकी तबीयत बिगड़ी। बता दें कि जिन लोगों की तबीयत बिगड़ी है। उनमें गांव परखम, बरोदा, मिर्जापुर, मखदूम खैरट के लोग शामिल हैं। फिलहाल सभी लोगों का अलग-अलग अस्पताल में इलाज चल रहा है। लेकिन, इस घटना के कारण फूड विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
कुट्टू के आटे की आपूर्ति करने वाली दुकानें सील
कुट्टू के आटे की आपूर्ति करने वाले दो दुकानदारों के यहां जिला खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने छापा मारकर दुकानें सील कर दी हैं और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत रखने वाले महिलाओं और बच्चों समेत 60 से अधिक लोगों की कुट्टू के आटे से बने पूड़ी और पकौड़े खाने के बाद विषाक्तता के कारण तबीयत बिगड़ गयी। उन्होंने बताया कि इन लोगों को पेट दर्द, उल्टी और दस्त की शिकायत होने के बाद आगरा तथा मथुरा के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि पीड़ितों की हालत स्थिर है और उनका इलाज किया जा रहा है।
5-6 गांवों से मिली फूड प्वॉयजनिंग की शिकायत
स्वास्थ्य विभाग के रैपिड रिस्पांस टीम के प्रभारी डॉ. भूदेव प्रसाद ने बताया कि यह घटना सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात करीब 3 बजे की है, जब फरह थाना क्षेत्र के पांच-छह गांवों में 'फूड प्वॉयजनिंग' होने की शिकायत मिली। डॉ प्रसाद ने बताया ''सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीमें फरह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) एवं जिला अस्पताल की टीमें उन गांवों में पहुंची और मरीजों को पहले सीएचसी पर लाया गया। लेकिन जब संख्या बढ़ गई तो उन्हें जिला अस्पताल, वृन्दावन स्थित सौ-शैया संयुक्त चिकित्सालय एवं आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।’’ मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अजय कुमार वर्मा ने बताया कि फिलहाल 60 से अधिक लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया जा चुका है, जहां उनका उपचार जारी है। आज दिन में जिन लोगों की हालत सुधर जाएगी, उन्हें छुट्टी दे दी जाएगी। (भाषा इनपुट्स के साथ)