अयोध्या: जिले में दुष्कर्म पीड़ित दलित युवती के परिवार वालों ने फैजाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद से मिलने से इनकार कर दिया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को यह दावा किया। हालांकि, अवधेश प्रसाद ने दावा किया कि उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और कार्रवाई का भरोसा दिया। भाजपा के एक प्रवक्ता ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद शनिवार की देर रात पीड़ित परिवार से मिलने गये थे, लेकिन परिजनों ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया। पीड़ित परिवार के घर के बाहर प्रसाद को रोककर ग्रामीणों ने पूछा कि वह रात को क्यों आये हैं। जल्द ही, अन्य इलाकों से और लोग भी इकट्ठा हो गए और सांसद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिससे सांसद को वहां से चले जाने पर मजबूर होना पड़ा।
सांसद ने मिलने का किया दावा
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए सांसद अवधेश प्रसाद ने पीड़ित परिवार से न मिलने की घटना को पूरी तरह से नकार दिया। उन्होंने कहा, "हमने दो दर्जन ग्रामीणों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि पीड़ित परिवार को पूरा सहयोग मिलेगा और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।" सपा नेता ने कहा कि वह और उनकी पार्टी पीड़िता के साथ खड़ी है। ग्रामीणों द्वारा उनके विरोध के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। प्रसाद ने भाजपा पर फैजाबाद लोकसभा सीट पर अपनी हार को स्वीकार न कर पाने का आरोप लगाया।
भाजपा ने किया विरोध होने का दावा
भाजपा के प्रवक्ता रजनीश सिंह ने दावा किया, "अवधेश प्रसाद शनिवार देर रात गांव पहुंचे, उन्हें देखते ही पीड़िता के परिवार ने कहा कि हम प्राथमिकी दर्ज करवाने के लिए भटकते रहे, आप मामला दर्ज होने के तीसरे दिन आ रहे हैं, वो भी रात के अंधेरे में।" उन्होंने कहा, "अवधेश प्रसाद मिल्कीपुर में अपनी लोकप्रियता खो चुके हैं और इस बार इस क्षेत्र की जनता उन्हें सबक सिखाएगी।" रजनीश सिंह ने कहा, ''जैसे ही ग्रामीणों को सांसद के आने की जानकारी मिली, वहां भीड़ जमा हो गई। लोग टार्च और मोबाइल फोन की रोशनी में सांसद से बात कर रहे थे। ग्रामीणों ने नाराजगी जताई कि गांव में अभी भी बिजली और सड़क की सुविधा नहीं है। ग्रामीणों के बढ़ते विरोध को देखते हुए अवधेश प्रसाद वहां से चले गये।''
खंडासा क्षेत्र में हुई घटना
बता दें कि दलित लड़की के साथ दुष्कर्म की यह घटना दो सितंबर को अयोध्या जिले के खंडासा थाना क्षेत्र में हुई थी, जिसमें मुख्य आरोपी शाहबान था। उसे पुलिस ने पांच सितंबर को एक मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था। आरोपी को पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गोली भी लगी थी। कांग्रेस, भाजपा और बहुजन समाज पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी।
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