लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग हो रही है। इस बीच हर राजनीतिक दल यूपी जीतने की कोशिश में लगी हुई है। वैसे भी यूपी को लेकर कहा जाता है कि 'दिल्ली की संसद का रास्ता यूपी से ही होकर जाता है।' इस बीच, कुंडा के विधायक राजा भैया अपने एक बयान से चर्चा में आ गए। उन्होंने कहा कि इस बार वो किसी के साथ गठबंधन में नहीं हैं। इस बार में आज इंडिया टीवी ने जनसत्ता दल के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से एक्सक्लूसिव बातचीत की। इंडिया टीवी के सवालों पर राजा भैया ने बड़े ही बेबाकी से जवाब दिया है।
क्या राजा भैया बीजेपी से बना रहे दूरी?
रघुराज प्रताप सिंह ने जब पूछा गया कि इस बार बीजेपी को समर्थन दे रहे हैं आप तो गृहमंत्री से भी मिले थे? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि गृह मंत्री जी से बहुत अच्छी मुलाक़ात हुई। यहां आने पर हर कार्यकर्ता पूछ रहा था क्या करना है, किसको समर्थन करना है? हमको लगा गठबंधन होगा तो चुनाव लड़ा जाएगा वरना नहीं लड़ेंगे, प्रत्याशी से उम्मीद होती है कि वो लोगों की अपेक्षा पर खरे उतरें लेकिन उसकी ज़िम्मेदारी कौन लेगा? इसीलिए ये फैसला हुआ कार्यकर्ता जिसको चाहे अपने विवेक से वोट करें।
'मंच से कह दिया, तो वो फाइनल है'
फिर से सवाल पूछा गया कि इस लोकसभा में किसको समर्थन देने का मन है आपने मंच से कह दिया है कि किसी के साथ नहीं है तो इस पर उन्होंने कहा, "जब हमने मंच से कह दिया, तो वो फाइनल है। अगर हम किसी को जिताते हैं या हराते हैं,लेकिन इस बार हम चुनाव से एकदम अलग हैं" संजीव बालियान मेरे व्यक्तिगत मित्र हैं,कौशाम्बी से प्रत्याशी हैं विनोद सोनकर उनसे भी मैंने यही कहा की फैसला अब हो चुका है
बीजेपी या सपा का नाम पर दिखी हिचकिचाहट
राज भैया से अगला सवाल किया गया कि इस चुनाव में कौन बेहतर करेगा BJP या सपा? तो इसका भी जवाब गोल-मोल देते हुए कहा कि इस चुनाव में हम घर बैठे हैं तो इसकी बहुत जानकारी हमको नहीं है। फिर पूछा गया कि क्या BJP से बात जारी है? इस पर कहा कि भूपेंद्र चौधरी जी से हमारी अच्छी बात होती है लेकिन जो मंच से कह दिया वो फाइनल है क्योंकि कार्यकर्ताओं से सलाह मशविरा करके ही फैसला हुआ है राजनीति में आम तौर पर ऐसे निर्णय नहीं होते हैं, किसी को समर्थन करता है या किसी का विरोध होता है, शायद आप लोग इसीलिए चौंके भी होंगे लेकिन इस बार यही निर्णय यही हुआ है।
सपा और राहुल गांधी पर रखी अपनी बात
सवाल किया गया कि सपा से पुराने रिश्ते हैं आपके? तो इस पर उन्होंने कहा कि अब पुरानी बात जाने दीजिए, इस बार स्थिति साफ है की हम न्यूट्र्रल है, सोच समझ के निर्णय हुआ है। ठाकुर समाज की नाराज़गी से इंकार नहीं किया जा सकता, इस बीच चर्चा कम है नाराज़गी की, लेकिन नाराज़गी थी जिसको कम करने के लिए सीनियर लीडर्स ने काफी प्रयास किया।
कुंडा विधायक से पूछा गया कि राहुल गांधी इस बार राय बरेली से चुनाव लड़ रहे हैं तो उनका जवाब था राहुल गांधी कहां से लड़े ये उनकी पार्टी का निर्णय है, बहुत पुरानी पार्टी है इस पर ज्यादा कमेंट नहीं करना चाहूंगा।
UCC और राम मंदिर को लेकर रखा पक्ष
जब राजा भैया से पूछा गया UCC पूरे देश में लागू होने की बात की जा रही है ऐसे में आपकी क्या राय है तो इस पर राजा भैया ने खुलकर कहा कि UCC बिलकुल लागू होना चाहिए, पूरे देश में सबके लिए एक कानून होना चाहिए। राम मंदिर को लेकर उन्होंने कहा कि हम धन्य हैं कि प्रभु श्रीराम के दर्शन करने का सौभाग्य मिला। कौन गया-कौन नहीं? ये बहुत मायने नहीं रखता।
बाहुबली को लेकर कही ये बात
जब उनसे पूछा गया कि आपके लिए बाहुबली शब्द इस्तेमाल किया जाता है आपकी इस पर क्या राय है? इस पर जवाब देते हुए राजा भैया ने कहा बाहुबली शब्द प्रायः अपराधी या माफिया के लिए इस्तेमाल होता है। अगर आपके बाहु में बल है और उसका उपयोग लोगों को इंसाफ दिलाने के लिए होना चाहिए न की धन अर्जन और ठेका पट्टा के लिए या फिर इंसाफ के लिए इस्तेमाल होता है तो मुझे क़ोई बुराई नहीं लगती ऐसे शब्द में।
आगे सवाल किया गया भविष्य में किसी दल से बात होगी क्या? इसके जवाब में कहा कि अभी तो कुछ सोचा नहीं लेकिन कुछ भी होगा तो आप सबको पहले से इत्तीला ज़रूर करेंगे।
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