उत्तर प्रदेश में हुए एनकाउंटर्स पर सवाल उठ रहे हैं। खासकर सुल्तानपुर डकैती मामले में मंगेश यादव के एनकाउंटर पर सवाल उठे। इसके कुछ दिन बाद इस डकैटी में शामिल दूसरे आरोपी अनुज प्रताप सिंह एनकाउंटर में मारा गया। इन सवालों पर यूपी स्पेशल टास्क फोर्स यानी STF के चीफ अमिताभ यश ने इंडिया टीवी के साथ खास बातचीत की। उन्होंने फर्जी एनकाउंटर पर पूछे गए सवाल पर कहा कि पुलिस लगातार अपनी कार्रवाई करती है। पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने वालों की संख्या बढ़ गई है यह तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है।
एसटीएफ चीफ ने कहा, "कॉन्स्टैंट बड़े अपराधी के खिलाफ कार्रवाई होती है, तो स्पष्ट है कि अरेस्ट करने की कोशिश करते हैं, नहीं तो पुलिस पर अटैक करने के लिए हावी रहते हैं। गाजीपुर में जो मुठभेड़ हुई उसके बारे में देखा होगा कि उन अपराधियों ने दो पुलिसकर्मियों की हत्या की थी। ऐसे अपराधी इतनी आसानी से पकड़ में नहीं आते हैं। वो हमेशा तैयारी में रहते हैं कि किसी भी समय पुलिस को जवाब दिया जा सके। एसटीएफ एक वेल ट्रेंड फोर्स है।
गैंग में 14 लोग थे, 3 नहीं हुए गिरफ्तार
सुल्तानपुर में हुई सर्राफा लूट मामले में मंगेश यादव के एनकाउंटर पर उठे सवाल पर अमिताभ यश ने कहा, "कोई भी राजनीतिक टिप्पणी पर मैं कमेंट नहीं कर सकता। ये बात सवर्था गलत है, क्योंकि इस गैंग में 14 लोग थे। 14 लोग में से तीन ऐसे हैं, जो अभी भी गिरफ्तार नहीं हुए हैं। ये तीन लोग उस पांच लोगों का हिस्सा है, जिन्होंने दुकान में घुसकर डकैटी को अंजाम दिया था। अन्य 9 लोग बाहर से कार्य और सहयोग कर रहे थे। जिन अपराधियों ने फायरिंग की उनका एनकाउंटर हुआ। इस गैंग में सभी बिरादरी के लोग थे। जिन अपराधी के बारे में सवाल किया जा रहा है, इन लोगों ने गुजरात में भी डकैटी की थी। ये अंतरराज्यीय डकैत हैं।
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