उत्तर प्रदेश के बागपत के बड़ौत इलाके में राज्य बिजली विभाग के कर्मचारी दफ्तर में हेलमेट पहनकर काम करने को मजबूर है। दरअसल यहां के बिजली विभाग की इमारत काफी जर्जर हो चुकी है। इस कारण अंदर काम करने वाले इंजीनियरों, क्लर्कों और संविदा कर्मियों सहित 40 से अधिक कर्मचारी हेलमेट पहनने को मजबूर हैं। कंप्यूटर ऑपरेटर ने कहा, हम खुद को बचाने के लिए हेलमेट पहनते हैं क्योंकि हमें नहीं पता कि छत का प्लास्टर कब गिर जाएगा। पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें कई मजदूर घायल हो गए है। हालांकि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ है, लेकिन यह काफी जोखिम भरा है।
हेलमेट पहनकर काम कर रहे कर्मचारी
कर्मचारियों ने कहा, बारिश के मौसम में स्थिति और भी खराब हो जाती है। छत में आई दरारों से बारिश का पानी टपकता रहता है। कर्मचारियों ने कहा कि हादसा कभी भी हो सकता है। वीकेंड में काम करते समय हेलमेट पहनने वाले कर्मचारियों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बागपत के जिलाधिकारी राज कमल यादव ने संज्ञान लिया और कहा कि मामले को प्राथमिकता के आधार पर हल करने के लिए यूपी पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के वेस्ट यूपी डिस्कॉम के एमडी पीवीवीएनएल को एक पत्र भेजा जा रहा है।
क्या बोले मिजिस्ट्रेट
इस मामले पर जिला मजिस्ट्रेट ने कहा, यह एक गंभीर मामला है। इतनी पुरानी और जर्जर इमारतों में काम करना खतरनाक है। इस संबंध में डिस्कॉम के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर से जांच रिपोर्ट मांगी गई है। ऑफिस को नई बिल्डिंग में शिफ्ट करने के संबंध में हम बिजली निगम के वरिष्ठ अधिकारियों से बात करेंगे। बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब उत्तर प्रदेश के सरकारी भवनों के जर्जर होने व उसके अंदर काम करने वाले कर्मचारी ऐसी बातें कर रहे हैं। यूपी में सरकारी विभाग के कई ऐसे दफ्तर हैं जो कि जर्जर अवस्था में हैं। वहीं कई बार जर्जर इमारतों के गिरने के कारण दुर्घटनाएं भी देखने को मिले हैं।
(इनपुट-आईएएनएस)
ये भी पढ़ें- अजब-गजब है बिहार, बिजली विभाग ने शहीद खुदीराम बोस को भेजा बिल, चेतावनी देकर कहा- चुकाएं 1,36,943 रुपये