फर्रुखाबाद: जिले में एक डॉक्टर की हैवानियत की तस्वीरें सामने आई हैं। यहां मामूली बात को लेकर हुए विवाद में डॉक्टर ने दलित युवती और उसके पिता को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा है। यहां हाथ दिखाने आई दलित युवती का पर्चा बनवाने को लेकर डॉक्टर विकास अग्रवाल के अस्पताल में विवाद हुआ, जिसके बाद डॉक्टर विकास अग्रवाल ने अपने स्टाफ के साथ दलित युवती व उसके पिता के साथ मारपीट की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं घटना की सूचना मिलने पर दलित युवती के भाई एवं अन्य परिजन भी मौके पर पहुंच गए और अस्पताल स्टाफ को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा।
सलाह के लिए पिता के साथ अस्पताल गई थी युवती
फतेहगढ़ के मोहल्ला पुलमंडी निवासी विनोद कुमार कायमगंज के ब्राहिमपुर प्राइमरी स्कूल मेें शिक्षक हैं। उनकी बेटी अंकिता की डेढ़ माह पहले हाथ की हड्डी टूट गई थी। उसने आवास विकास स्थित एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन करवाकर इलाज कराया। कुछ दिन पहले प्लास्टर कटने के बाद भी दर्द कम नहीं हुआ, तो शनिवार शाम करीब चार बजे अंकिता पिता के साथ अस्पताल पहुंची। उसने डॉक्टर से राय लेने की बात कही, तो कर्मचारी ने 200 रुपये का पर्चा बनवाने की जिद की। युवती ने कहा कि उसे सिर्फ राय लेनी है। वह अपने इलाज में 30 हजार रुपये दे चुकी है।
डॉक्टर और स्टाफ ने की अभद्रता
इतना कहते हुए युवती डॉक्टर के चैंबर में घुस गई। आरोप है कि बिना फीस चुकाए पहुंचने पर डॉक्टर ने युवती को गाली दी। युवती ने विरोध किया तो उसे पीटते हुए बाहर निकाल दिया। युवती अस्पताल के बाहर पहुंची तो आरोपी डॉक्टर और उसके कर्मचारियों ने युवती और उसके पिता को जूते चप्पलों से पीट दिया। पिटाई से आहत युवती बेसुध होकर जमीन पर गिर गई। युवती के परिजनों और अस्पताल कर्मचारियों की बीच जमकर मारपीट हुई। इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस मूक दर्शक बनी रही।
जाते समय की गई मारपीट
पीड़ित विनोद कुमार ने बताया कि वह हेलमेट लगाकर घर जानने के लिए बाइक पर बैठ गए थे। जब 30 हजार रुपये खर्च कर सकते हैं, तो 200 रुपये कोई बड़ी बात नहीं थी। मगर काउंटर कर्मी ने बेहद अभद्र भाषा का प्रयोग किया। यह पीड़िता अंकिता को खराब लगा। इसी के चलते अंकिता कर्मचारी की शिकायत करने डॉक्टर के कमरे में चली गई। वहां डॉक्टर ने हदें पार करते हुए बेटी को गंदी गाली दी। इसके बाद जो कुछ हुआ, वह सभी ने बीच सड़क पर देखा। (इनपुट- सुरजीत कुशवाहा)
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