शादी किसी के भी जीवन एक अनोखा और सबसे अच्छे लम्हों में से एक होता है। यह किसी के भी जीवन की एक नई शुरुआत होती है। भारत में शादी को केवल दो इंसानों का नहीं बल्कि दो परिवारों का मिलन कहा जाता है। शादी में जीवनसाथी एक-दूसरे का उम्रभर साथ देने की कसम खाते हैं और एक-दूसरे के सुख-दुःख में साथी बने रहने का वादा करते हैं। इसी मिसाल एक बार फिर से देखने को मिली।
6 साल पहले हुए था तलाक
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के रहने वाले विनय जायसवाल का लगभग 6 साल पहले अपनी पत्नी से तलाक हो गया था। दोनों की राहें जुदा हो गई थीं, लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि दोनों फिर एक साथ आये और फिर से जीवनसाथी बने गए। विनय अपनी फेसबुक पोस्ट में बताते हैं कि 11 साल बाद फिर से एक होने का निश्चय किया और परिवारजनों की उपस्थिति में एक पारिवारिक आयोजन के दौरान विधिवत विवाह संस्कार और विवाह रजिस्ट्रेशन के साथ तलाक की डिक्री को शून्य कर दिया। हम दोनों एक दूसरे के साथ हैं।
बेहद शांतिपूर्ण ढंग से लिया था तलाक
विनय का विवाह दिसंबर 2012 में हुआ था। जीवन अपनी राह पर चल रहा था, लेकिन तभी कुछ अड़चने आती हैं और 2018 में उनका तलाक हो जाता है। इस दौरान दोनों नो बिना किसी झगड़े और तामझाम के अलग होना तय किया और उससे पहले सौहार्द वातावरण में डिनर किया था और एक दूसरे को अलविदा कहा था। लेकिन इस कहानी में अभी एक ट्विस्ट बकाया था।
हार्टअटैक ने फिर से मिलाया
इस दौरान विनय को हार्टअटैक हुआ और इसकी जानकरी उनकी पूर्व पत्नी को हुई। इसके बाद वह विनय का ख्याल रखने चली आई। विनय बताते हैं, "उनकी ओपन हार्ट सर्जरी के बाद सीसीयू से लेकर घर तक पूरी रिकवरी के दौरान उनकी पूर्व पत्नी ने उनका साथ निभाया। हार्ट अटैक ने हम दोनों के दिलों बीच जमी दूरियों की बर्फ को पिघलाने का काम किया और हम फिर से एक हो गए।"