कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई की प्रदेश, जिला, शहर और ब्लॉक कमेटियों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है। यह कदम गुरुवार को उठाया गया है। लोकसभा चुनाव के कुछ महीने बाद राज्य में हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने कोई भी उम्मीदवार नहीं उतारा था। कांग्रेस ने प्रदेश की नौ सीटों पर समाजवादी पार्टी और इंडिया ब्लॉक सहयोगियों का समर्थन किया था।
संगठन को जमीनी स्तर पर फिर से मजबूत करना है वजह
उत्तर प्रदेश कांग्रेस की सभी कमेटियों को भंग करना ऐसा लगता है कि इसका उद्देश्य पार्टी को पुनर्गठित करना और जमीनी स्तर पर मजबूत करना है। कांग्रेस महासचिव संगठन के सी वेणुगोपाल द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि खरगे ने पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई की प्रदेश, जिला, शहर और ब्लॉक कमेटियों को तत्काल प्रभाव से भंग करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
अजय राय हैं उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष
बता दें कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (UPCC) के अध्यक्ष अजय राय हैं। उत्तर प्रदेश में लोकसभा के चुनाव इन्हीं की अध्यक्षता में लड़ा गया था। उपचुनाव में पार्टी ने कोई भी उम्मीदवार नहीं उतारा था।
निराशा जनक रहा पार्टी का प्रदर्शन
2019 और 2024 के लोकसभा चुनाव और 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। इसलिए पार्टी को उत्तर प्रदेश में फिर से अपनी स्थिति मजबूत करने की जरूरत है, जो कभी कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था।
पुरानी कमेटी में बदलाव करके लाई जाएगी नई ऊर्जा
अब खरगे के नेतृत्व में पार्टी युवा और जमीनी स्तर के नेताओं को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही है। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि पुरानी कमेटी में बदलाव करके उसमें नई ऊर्जा को शामिल करना जरूरी है।