गोंडाः गोंडा में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई जबकि आठ लोग घायल हुए हैं। ट्रेन के डिब्बे पटरी से क्यों उतरे इसकी शुरुआती वजह सामने आ गई है। शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे ट्रैक के आस-पास बाढ़ का पानी भरा हुआ था। हादसे की यह भी एक वजह माना जा रहा है। अब सवाल उठ रहा है कि जब ट्रैक के पास पानी जमा था तो ट्रेन को जाने के लिए सिग्नल क्यों दिया गया।
रेलवे ट्रैक पर भरा था पानी
दरअसल, ये हादसा अपने आप में काफी हैरान करने वाला है क्योंकि हर साल मानसून के सीज़न में रेलवे ट्रैक और उसके आस-पास इसी तरह पानी भरा रहता है। ऐसे में रेलवे के कर्मचारी ट्रैक का निरीक्षण करते हैं और उसके बाद ही ट्रेन को आगे जाने की सिग्नल देते हैं। लोग सवाल उठा रहे हैं कि अगर पानी जमा होने से ट्रैक धंस गया था या फिर कोई और वजह थी तो उसे समय रहते क्यों नहीं चेक किया गया। अगर ऐसा हुआ है तो यह रेलवे की बड़ी लापरवाही कही जा सकती है। हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी वजह नहीं बताई गई है।
बता दें कि गोंडा जिले में बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही एक ट्रेन के कई डिब्बे मोतीगंज तथा झिलाही रेलवे स्टेशनों के बीच पटरी से उतर गये। इस घटना में दो लोगों की मौत हो गयी और कई अन्य घायल हो गये। जिलाधिकारी डॉ.नेहा शर्मा ने बताया कि दुर्घटना में कहा कि राहत और बचाव कार्य जारी है और सभी मृतकों और घायलों को बाहर निकाला जा चुका है। घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है।
कई ट्रेनों के रूट बदले
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे के गोंडा—गोरखपुर रेल खंड पर मोतीगंज तथा झिलाही रेलवे स्टेशनों के बीच बृहस्पतिवार को दोपहर बाद चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए। उन्होंने बताया कि राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। हादसे के कारण सम्बन्धित रेल खंड पर कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस और गुवाहाटी-श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा एक्सप्रेस का मार्ग परिवर्तन करके इन्हें दूसरे रास्ते से रवाना किया गया है।
(भाषा इनपुट के साथ)