
लखनऊ: यूपी में कांग्रेस ने पार्टी ने जिला अध्यक्षों और महानगर अध्यक्षों की लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में कांग्रेस पार्टी ने पीडीए यानि पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक समुदाय का खास ध्यान रखा है। बता दें कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव से पहले पीडीए का नारा दिया था। यूपी में लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा, जिसमें इन्हें काफी फायदा भी हुआ। अब कांग्रेस 2027 के विधानसभा चुनाव के पहले पीडीए फार्मूले से यूपी में अपनी खोई जमीन तलाशने की कोशिश में है।
कुल 133 पदाधिकारी घोषित
बता दें कि यूपी के 75 जिलों के जिला अध्यक्ष और महानगर अध्यक्षों को मिलाकर कांग्रेस ने 133 पदाधिकारी घोषित किए हैं। इनमें 85 पदाधिकारी यानी 65 फीसदी पिछड़े, दलितों और अल्पसंख्यकों को जिला अध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष बनाया गया है। नए बनाए गए जिला अध्यक्ष और महानगर अध्यक्षों में 46 सदस्य जनरल कैटेगरी के हैं, जिनमें कुल 26 ब्राह्मण शामिल हैं। कांग्रेस ने सबसे ज्यादा ओबीसी समुदाय को मौका दिया है। नए घोषित किए गए जिला अध्यक्षों में 48 ओबीसी हैं। इसके अलावा 32 मुस्लिम जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष बने हैं। वहीं अनुसूचित जाति और जनजाति से 20 जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं।
पदाधिकारियों को दी शुभकामनाएं
कांग्रेस पार्टी ने यूपी के जिलाध्यक्षों और महानगर अध्यक्षों के नाम की लिस्ट जारी करते हुए सभी को बधाई भी दी है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट में कांग्रेस ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अनुमति से नियुक्त किए गए उत्तर प्रदेश के सभी जिलाध्यक्षों/शहर अध्यक्षगण को हार्दिक बधाई। हमें विश्वास है कि आप सभी अपनी पूरी निष्ठा, तत्परता और समर्पण से जननायक राहुल गांधी के लोकहितकारी विचारों से जन-जन को अवगत कराएंगे और कांग्रेस पार्टी का हाथ मजबूत करेंगे। बता दें कि इससे कुछ दिन पहले ही भारतीय जनता पार्टी ने भी अपने जिलाध्यक्षों की एक लिस्ट जारी की थी।
क्या है पीडीए पॉलिटिक्स
पीडीए पॉलिटिक्स को सबसे पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लेकर आए। यूपी में उन्होंने पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) पर फोकस करना शुरू किया और इसका फायदा भी उन्हें मिला। वहीं समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की वजह से कांग्रेस पार्टी को भी इसका असर देखने को मिला। यही वजह है कि यूपी में जिलाध्यक्षों और महानगर अध्यक्षों की लिस्ट जारी करते समय पीडीए पर कांग्रेस ने विशेष फोकस किया है। यूपी की बात करें तो यहां 45 फीसदी पिछड़े, 21.5 प्रतिशत दलित और 20 प्रतिशत आबादी मुस्लिम समुदाय की है। ऐसे में पीडीए यूपी की कुल आबादी का 86.5 प्रतिशत होता है, जिसका चुनाव पर खास असर होता है।
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