सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को पार्टी के विधायकों संग बैठक की। इस बैठक के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी भी जनप्रतिनिधि की जीत में 50 फीसदी भूमिका पार्टी की तो 50 फीसदी भूमिका प्रत्याशी की होती है। विधायकों द्वारा अधिकारियों के न सुनने की शिकायत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ निर्देश दिया कि यदि कोई अधिकारी नहीं सुन रहा है तो उसके खिलाफ पक्के सबूत के साथ शिकायत करें। तभी उस अधिकारी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने विधायकों को क्षेत्र की जनता से बराबर संवाद बनाए रखने और उनकी समस्याओं के प्रति संवेदनशील बनने की भी सलाह दी।
सीएम योगी ने विधायकों संग की बैठक
पुलिस द्वारा हेलमेट की जांच करने और परेशान करने को लेकर जब एक विधायक ने शिकायत की तो सीएम योगी ने कहा कि यातायात नियमों के तहत हेलमेट सुरक्षा के लिए जरूरी है। कानून का हर हाल में पालन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सपा इसलिए 10 साल से सत्ता से बाहर है क्योंकि उसकी सरकार में कानून तका पालन नहीं होता था। बता दें कि बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुरादाबाद और बरेली मंडल के विधायक और एमएलसी संग अलग-अलग बैठक की। बरेली के जनप्रतिनिधियों ने सीएम के सामने पहुंचते ही अधिकारियों को निशाने पर ले लिया। उनका कहना था कि जनप्रतिनिधियों की बात नहीं सुनी जाती। सीएम ने इस दौरान विधायकों को आश्वासन दिया कि इस तरह क अधिकारियों के नाम के पक्के सबूत दीजिए। इसमें सुधार किया जाएगा।
भाजपा को यूपी में नुकसान
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा। इसे लेकर सीएम योगी अपेक्षित परिणाम नहीं आने का कारण पूछा। साथ ही उन्होंने क्षेत्रवार स्थिति जानने के बाद आपसी मतभेज भुलाकर 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटने को कहा है। साथ ही योगी आदित्यनाथ ने विधायकों को सलाह दी कि प्रतिदिन सुबह को अपने कार्यालय पर जनता दर्शन करें। लोगों की समस्याओं को सुना जाए और उनका समाधान किया जाए। साथ ही दन के वक्त अलग-अलग क्षेत्रों में भ्रमण करें।