लखनऊ: चुनाव आयोग ने यूपी में होने वाले उपचुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। हालांकि अब उपचुनाव के घोषित की गई तारीख को बदलने की मांग की जा रही है। भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टी रालोद ने गुरुवार को चुनाव आयोग ने यूपी में होने वाले उपचुनाव की तारीख को बदलने की मांग की है। दोनों दलों के प्रतिनिधियों ने निर्वाचन आयोग से यूपी में होने वाले उपचुनाव की तारीख 13 नवंबर से बढ़ाकर 20 नवंबर करने का आग्रह किया। बता दें कि चुनाव आयोग ने यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को वोटिंग कराने की घोषणा की है, जिसकी मतगणना 23 नवंबर को होगी।
15 नवंबर को है कार्तिक पूर्णिमा का स्नान पर्व
वहीं पूरे मामले की जानकारी देते हुए भाजपा के एक प्रवक्ता ने बताया कि गुरुवार को पार्टी के प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सम्बोधित करते हुए एक पत्र अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सौंपा। उन्होंने बताया कि पत्र में उपचुनाव की तारीख को आगे बढ़ाने का आग्रह किया गया है। उन्होंने बताया कि पत्र में अनुरोध किया गया कि चुनाव आयोग ने मतदान के लिए 13 नवंबर की तारीख घोषित की है, जबकि 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा का स्नान पर्व है। प्रदेश में कार्तिक पूर्णिमा के स्नान पर्व एवं पूजन का विशेष महत्व है। बड़ी संख्या में लोग कार्तिक पूर्णिमा के स्नान एवं पूजन करने के लिए जाते हैं।
स्नान के लिए पहले ही पहुंच जाते हैं लोग
आगे उन्होंने बताया कि पत्र में कहा गया कि कुंदरकी, मीरापुर, गाजियाबाद तथा प्रयागराज में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मेले में प्रतिभाग एवं पूजन के लिए तीन-चार दिन पहले ही लोग पहुंच जाते है। पत्र के मुताबिक, “कार्तिक पूर्णिमा के कारण बहुसंख्यक मतदाता उपचुनाव में मतदान से वंचित हो सकते हैं।” प्रतिनिधि मंडल ने पत्र में कहा कि निर्वाचन आयोग शत्-प्रतिशत मतदान के लिए संकल्पित है। ऐसी स्थिति में कार्तिक पूर्णिमा के कारण उपचुनाव में मतदान प्रतिशत कम हो सकता है, इसलिए उपचुनाव की तारीख 13 के बजाय 20 नवंबर को करना ठीक होगा। (इनपुट- एजेंसी)
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