उत्तर प्रदेश के रामपुर में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की पत्नी तंजीम फातिमा के हमसफर रिसॉर्ट पर प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई की है। जेसीबी से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जा रही है। रिसॉर्ट की एक दीवार तोड़कर पहले रास्ता बनाया गया। उसके बाद बिल्डिंग पर कार्रवाई हो रही है। प्रशासन की इस कार्रवाई से इलाके में खलबली मच गई है। शहर विधायक आकाश सक्सेना की शिकायत पर यह मामला तेजी से आगे बढ़ा।
प्रशासन द्वारा सरकारी खाद के गड्ढों की जमीन को कब्जा मुक्त कराने के लिए तीन जेसीबी लाई गई है। रिसॉर्ट में खाद के गड्ढों की 0.038 हेक्टेयर जमीन है। कुछ दिन पहले आकाश सक्सेना ने कार्रवाई के लिए पत्र लिखकर रिमाइंडर भी भेजा था। इसके बाद बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है।
रामपुर जिलाधिकारी जोगिंद्र सिंह ने इंडिया टीवी से बातचीत में कहा, "जिस जगह को आज अतिक्रमण मुक्त कराया गया है। उसको लेकर तंजीम फातिमा और उनके परिवार ने जुर्माने के तौर पर पहले पांच लाख से ज्यादा रुपये भी भरे थे। जिसका मतलब यही होता है कि उन्होंने खुद माना था कि जमीन पर कब्जा किया हुआ है। आज हमने उसे मुक्त करा लिया। ये राज्य सरकार का आदेश है। सभी अतिक्रमण की गई जमीन मुक्त होगी।"
सपा के प्रदेश सचिव ने जताई नाराजगी
उधर, सपा के प्रदेश सचिव ओमेंद्र चौहान ने कार्रवाई पर नाराजगी जताई है। दरअसल, जिला प्रशासन ने तहसीलदार सदर की कोर्ट में वाद दायर किया था। इसमें कहा गया था कि रिसोर्ट में खाद के गड्ढों की 0.038 हेक्टेयर जमीन है, जिसकी गाटा संख्या 164 है। कोर्ट के आदेश पर पैमाइश कराई गई। इसमें पुष्टि हुई कि यह जमीन खाद के गड्ढों की है।
अवैध निर्माणों और कब्जों को हटाया गया
कोर्ट ने अवैध कब्जा हटाने और क्षतिपूर्ति वसूलने के आदेश दिए थे, लेकिन तब से यह कार्रवाई धीमी हो गई थी। तीन दिन पहले जब शहर विधायक आकाश सक्सेना ने तहसील प्रशासन से नाराजगी जताते हुए रिमांइडर भेजा तो प्रशासन अलर्ट हो गया। कोर्ट के आदेश के पालन में प्रशासन की टीम जेसीबी लेकर हमसफर रिसोर्ट पहुंची और कब्जा मुक्त कराने की प्रक्रिया शुरू की। जेसीबी की मदद से अवैध निर्माणों और कब्जों को हटाया गया।
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