लखनऊ: लखनऊ में आज बहुजन समाज पार्टी की एक बड़ी बैठक हुई। इस बैठक की अध्यक्षता बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने की। इस बैठक में आगामी नगर निगम और नगर पालिका चुनाव को लेकर चर्चा की गई। इस बैठक में सभी 75 जिला के प्रमुखों को पार्टी के लिए जिताऊ उम्मीदवारों की लिस्ट सौंपने का निर्देश दिया गया। इन जिलों में से एक जिला प्रयागराज भी है, जहां पार्टी ने मेयर पद का उम्मीदवार माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को घोषित किया था, लेकिन शाइस्ता उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी है और वह अभी फरार चल रही हैं। इसके बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि बसपा उनका टिकट काट देगी।
मायावती एक-एक सीट पर कर रहीं मंथन - उमाशंकर सिंह
हालांकि शाइस्ता परवीन प्रयागराज से बीएसपी की मेयर उम्मीदवार होंगी या नहीं इसपर मायावती अभी विचार कर रही हैं। पार्टी के विधायक उमाशंकर सिंह ने कहा कि मेयर के लिये अभी किसी का टिकट पक्का नहीं है। मायावती एक-एक सीट पर मंथन कर रही हैं। लखनऊ में आज निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर मायावती ने बैठक की। हालांकि बैठक में मायावती ने शाइस्ता परवीन का नाम नहीं लिया लेकिन बैठक में मौजूद पार्टी के 75 जिला अध्यक्षो से जिताऊ उम्मीदवार बताने को कहा गया है।
उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी है शाइस्ता परवीन
बता दें कि शाइस्ता परवीन उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी है। वह 25 हज़ार की इनामी है और अभी फरार चल रही है। इसी साल जनवरी में शाइस्ता परवीन बीएसपी में शामिल हुई थी और पार्टी ने शाइस्ता को प्रयागराज से मेयर पद का उम्मीदवार बनाया था। शाइस्ता ने चुनाव की तैयारियां भी शुरू कर दी थीं। प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या में शाइस्ता परवीन आरोपी है। एफआईआर में शाइस्ता का नाम आने के बाद भी मायावती अतीक की पत्नी के साथ खड़ी नज़र आई। मायावती ने 27 फरवरी को ट्वीट कर कहा था कि अगर शाइस्ता दोषी होगी तो उन्हें पार्टी से निष्कासित किया जाएगा।
मायावती के भतीजे आकाश ने कार्रवाई को बताया था गलत
बीएसपी के राष्ट्रीय कॉर्डिनेटर और मायावती के भतीजे आकाश आनन्द ने भी 7 मार्च को ट्वीट किया, "भाजपा सरकार में अपराध में कमी तो नहीं आ रही है लेकिन अपराध खत्म करने के नाम पर परिवार वालों को ज़रूर परेशान किया जा रहा है। ये कानूनी कार्यवाही नहीं बदले की कार्यवाही लगती है चाहे खुशी दुबे का मामला हो या शाइस्ता परवीन का।" लेकिन अब अतीक अहमद को उमेश पाल अपहरण केस में उम्र कैद की सज़ा हो चुकी है। शाइस्ता का फरार बेटा असद पांच लाख का इनामी है। उमेश पाल मर्डर में पुलिस शाइस्ता का बड़ा रोल बात रही है, लेकिन मायावती शाइस्ता का मेयर का टिकट काटेंगी कि नहीं इस पर सस्पेंस बना हुआ है।
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