औरैया: इटावा से बीजेपी के लोकसभा सांसद राम शंकर कठेरिया ने बड़ा बयान दिया है। कठेरिया ने अपने X अकाउंट पर एक पोस्ट की है जिसके बाद सुर्खियां बन गईं। सांसद राम शंकर कठेरिया ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "मा. मोदी जी की अगली सरकार में औरैया के रेलवे स्टेशन फफूंद का नाम "दिबियापुर रेलवे स्टेशन" करा देंगे, नहीं तो ......खरोंच कर लिख देंगे दिबियापुर।"
रेलवे के लिए बेहद अहम है फफूंद स्टेशन
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में फफूंद रेलवे स्टेशन पड़ता है। इसका स्टेशन कोड PHD है। इस स्टेशन का नाम भले ही अजीब लग सकता है लेकिन ये देश के A कैटेगरी के स्टेशनों में से एक है। यह स्टेशन औरैया और दिबियापुर के लिए है। फफूंद रेलवे स्टेशन अंग्रेजों के शासनकाल में बनाया गया था और अब उत्तर मध्य रेलवे द्वारा संचालित है। फफूंद स्टेशन पर 5 ट्रैक और 4 प्लेटफॉर्म हैं। फफूंद स्टेशन इलाहाबाद रेलवे डिवीजन के कानपुर-दिल्ली खंड पर सबसे अहम स्टेशनों में से एक है।
कौन हैं राम शंकर कठेरिया
58 साल के राम शंकर कठेरिया बीजेपी के सांसद ही नहीं बल्कि आगरा में डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में हिंदी के प्रोफेसर भी हैं। कठेरिया छोटे से ही आरएसएस से जुड़ गए थे और वह आगरा लोकसभा सीट से दो बार सांसद रह चुके हैं। फिर साल 2019 के चुनाव में बीजेपी ने उन्हें इटावा से टिकट दिया था और राम शंकर कठेरिया इटावा से तीसरी बार सांसदी जीते। पिछले चुनाव में कठेरिया ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को करीब 65 हजार वोटों से हराया था।
राम शंकर कठेरिया दलित उपजाति धानुक समुदाय से आते हैं। इतना ही नहीं कठेरिया को 2014 में भाजपा का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया गया था। राम शंकर कठेरिया ने नवंबर 2014 से जुलाई 2016 तक मानव संसाधन विकास मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में काम किया और वह राष्ट्रीय अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने कठेरिया को इटावा से एक बार फिर टिकट दिया है।