मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश): योगी राज में पुलिस यूपी में अपराध की रोकथाम के लिए अपराधियों के खिलाफ अभियान चला रही है। आलम यह है कि अब तो शातिर बदमाश भी पुलिसिया कार्रवाई से कांप रहे हैं। उनमें कानून का इतना खौफ है कि अब वो जेल जाने के डर से हाथ और गले में तख्ती लेकर सरेंडर कर रहे हैं। ताजा मामला मुजफ्फरपुर का है। यहां बाइक चोरों के गिरोह के एक सदस्य ने हाथ में तख्ती लकेर मंसूरपुर थाने में सरेंडर कर दिया। आरोपी की पहचान अंकुर के रूप में हुई है। उसने तख्ती पर लिखा था- मुझे माफ कर दो, योगी जी, मुझसे गलती हो गई।
परिवार के सदस्यों के साथ थाने पहुंचा आरोपी
स्टेशन हाउस ऑफिसर रजत त्यागी ने कहा, आरोपी बुधवार को ग्राम प्रधान और अपने परिवार के सदस्यों के साथ एनकाउंटर के डर से थाने पहुंचा। उसने माफी भी मांगी और संकल्प लिया कि वह फिर कभी कोई अपराध नहीं करेगा। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। वह हत्या के प्रयास (IPC की धारा 307) और लूट (IPC की धारा 390) समेत कई मामलों में वांछित है।
यह सरेंडर पुलिस और उसके गिरोह के बीच मुठभेड़ के एक दिन बाद हुआ है। पुलिस उपाधीक्षक (खतौली) रविशंकर मिश्रा ने कहा, मंगलवार को कुख्यात गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था और एक भागने में सफल रहा था। हमने आरोपियों से तीन बाइक और अवैध हथियार बरामद किए हैं।
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योगी राज में 178 अपराधियों का हुआ एनकाउंटर
आपको बता दें कि यूपी में जब से योगी आदित्यनाथ ने बागडोर संभाली है, तब से छह साल में लगभग 9 हजार से अधिक मुठभेड़ हुई और इनमें 178 अपराधी प्रदेश में मुठभेड़ में मारे गए। जिनपर अधिकतर 75 हजार से 5 लाख रुपये तक का इनाम घोषित था। यूपी पुलिस के मुताबिक छह सालों में राज्य में कम से कम हर 13वें दिन एक सूचीबद्ध अपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस ने 20 मार्च, 2017 से 6 मार्च, 2023 के बीच मुठभेड़ों के बाद 23,069 अपराधियों को गिरफ्तार किया। इनमें 4,911 अपराधी घायल हुए। एडीजी, कानून और व्यवस्था, प्रशांत कुमार ने कहा कि मुठभेड़ के दौरान 15 से अधिक पुलिसकर्मियों ने भी अपनी जान गंवाई, जबकि 1,424 को गोली लगी।