उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में मेडिकल छात्र का शव फंदे से लटका मिला। ये मामला कोतवाली नगर क्षेत्र के सफेदाबाद कस्बे में स्थित प्राइवेट हिंद मेडिकल कॉलेज का है। जहां एमबीबीएस के एक छात्र का शव छात्रावास में उसके कमरे में फंदे से लटका मिला। शुरुआती जांच में पता लगा कि उपस्थिति कम होने के चलते छात्र विकास प्रसाद यादव को आशंका थी कि वह फेल हो जाएगा। वह वाराणसी जिले के एक डॉक्टर का बेटा था।
एमबीबीएस द्वितीय वर्ष का छात्र था
इस मामले की अधिक जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि वाराणसी के सिधालपुर गांव के रहने वाले विकास प्रसाद यादव हिंद मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष का छात्र था। वह कॉलेज परिसर में ही बने छात्रावास के कमरे में अपने साथी एमबीबीएस के छात्र मनीष कुमार के साथ रहता था।
छात्रों और कर्मचारियों ने तोड़ा दरवाजा
पुलिस के अनुसार, शुक्रवार की रात मनीष खाना खाने मेस गया था। कुछ देर बाद वह लौटा तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। बार-बार पुकारने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो वहां के कर्मचारियों और अन्य छात्रों ने दरवाजा तोड़ दिया।
पंखे से लटका मिला शव
लोगों ने कमरे में जाकर देखा तो चादर के फंदे के सहारे पंखे से विकास का शव लटक रहा था। मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन की। कमरे में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। सूचना मिलने के बाद 12 अक्टूबर को वाराणसी से यादव के पिता डॉक्टर ओमप्रकाश यादव व अन्य परिजन आए। छात्रों ने बताया कि कॉलेज में उपस्थिति कम होने से विकास तनाव में था। परिजनों ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया।
कुछ दिन पहले भाई ने घर चलने को कहा था
शहर कोतवाल अजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस आत्महत्या का कारण पता लगाने में जुटी है। विकास के बड़े भाई चंद्रशेखर ने बताया कि पांच दिन पहले वह भाई की खैरियत पूछने हिंद मेडिकल कॉलेज आए थे। उन्होंने विकास से घर चलने को कहा लेकिन उसने मना कर दिया था।
भाषा के इनपुट के साथ