बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में एक बेरहम मां का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। कलयुगी मां ने अपने ही पांच दिन के नवजात बच्चे के हाथ की अंगुलियां अंधविश्वास के चलते खौलते तेल में जला दीं। मां ने बताया कि बच्चा रो भी नहीं रहा था और दूध भी नहीं पी रहा था इसलिए उसे लगा कि उसके बच्चे पर किसी ऊपरी चक्कर का साया है। उसने ऊपरी चक्कर को भगाने के लिए ऐसा किया।
बच्चे की मां को नहीं है पछतावा
पूरा मामला बाराबंकी जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फतेहपुर का है। फतेहपुर थाना क्षेत्र के ही इसरौली गांव के रहने वाले हैं आशिया और इरफान अपने पांच दिन के बच्चे को इलाज के लिए लेकर आये थे। डॉक्टरों ने मासूम को देखा, तो उसके हाथ की पांचों उंगलियां बुरी तरह झुलस गई थी। डॉक्टरों की टीम ने आनन फानन में इलाज शुरू किया। जानकारी के मुताबिक, उंगलियां जलने और तेज बुखार की वजह से बच्चे की हालत नाजुक बनी हुई है। वहीं, बच्चे की मां आशिया को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है।
पहले मर चुके हैं दो बच्चे
आशिया ने बताया कि उसका बच्चा रविवार को पैदा हुआ था। वह न तो दूध पी रहा था और न ही रो रहा था ऐसे में उसे लगा कि बच्चे पर भूत-प्रेत का असर है। ऐसे में पति-पत्नी ने पांच दिन के मासूम की अंगुलियां गर्म तेल में डाल दीं। आशिया ने बताया कि उसके दो बच्चे पहले मर चुके हैं, इसलिए उसे डर था कि इसको भी न कुछ हो जाए। वहीं पिता इरफान ने बताया कि बच्चे की उंगलियां उसकी पत्नी ने जलाई हैं, वह उस समय घर पर नहीं था। (बाराबंकी से दीपक निर्भय की रिपोर्ट)
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