बदायूंः उत्तर प्रदेश पुलिस के कारनामें भी कमाल हैं। कभी मूंह से ठाएं-ठाएं की आवाज निकालती है तो कभी तिल का ताड़ बना देती है। ताज़ा मामला बदायूं का है। जहां पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति के खिलाफ चार्जशीट बना दी जो 8 साल पहले ही मर चुका है। मृतक के परिवार के सदस्य ने कोर्ट में याचिका दायर इसकी जानकारी दी है। साथ ही विवेचक मुकेश कुमार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
सांप मारने को लेकर दर्ज हुआ था केस
मिली जानकारी के अनुसार, अक्टूबर 2023 में उझानी कोतवाली के बरायमय खेड़ा गांव में सांप के एक जोड़े को मारने का वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें गांव का ही राजपाल सांप के जोड़े को लाठी से मार रहा था। वीडियो साक्ष्य के आधार पर पशु प्रेमी विकेंद्र शर्मा ने राजपाल पुत्र जसपाल के खिलाफ उझानी कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कराया था। मामले की जांच दरोगा मुकेश कुमार ने की और जांच में जसपाल पुत्र कल्लू को भी आरोपी बना दिया।
2015 में हो चुकी थी मौत
जब कोर्ट में मामले की सुनवाई शुरू हुई तब आरोपियों के घर समन गए जिसे देखकर राजपाल भौचक्का रह गया क्योंकि उसके पिता जसपाल को आरोपी बनाया गया था। जिनकी मृत्यू 2015 में ही हो चुकी थी। आरोपी ने पुलिस को काफी समझाया मगर पुलिस ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि अब जो कुछ कहना है अदालत में कहना।
कोर्ट से दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग
अब आरोपी राजपाल मौर्या ने अदालत में एक प्रार्थनापत्र दाखिल किया है जिसमें उसने विवेचक मुकेश कुमार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रार्थनापत्र में कहा गया है कि पूरी घटना झूठी है और उसे फंसाने के लिए मुकदमा लिखाया गया है। विवेचक ने बिना जांच के कोतवाली में ही बैठे बैठे चार्जशीट बना दी। आरोपी राजपाल ने अदालत से आग्रह किया है कि विवेचक मुकेश कुमार के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाय। चूंकि अब मामला उल्टा पड़ गया है इसीलिए इस मामले में जब पुलिस का पक्ष जानने की कोशिश की गई तो पुलिस कुछ भी बोलने से बचती नज़र आई।
रिपोर्ट- सौरभ शर्मा, बदायूं