गोरखपुर: यूपी पुलिस माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने में जुटी है। कई संगीन मामलों में फरार चल रहे माफिया विनोद उपाध्याय के आलीशान घर पर शनिवार को पुलिस ने बुलडोजर चलवा दिया। गोरखपुर के टॉप माफिया विनोद उपाध्याय ने जमीन पर अवैध कब्जा कर करोड़ों का आलीशान महल बना लिया था जिसे ढहा दिया गया है। इसके साथ ही जीडीए ने करीब सात हजार वर्ग फीट की बेशकीमती जमीन को मुक्त करा लिया है।
हिस्ट्रीशीटर माफिया है विनोद
माफिया विनोद उपाध्याय पर करीब 32 मुकदमे चल रहे हैं। इन्हीं मामलों को लेकर वह फरार चल रहा है। विनोद गोरखनाथ क्षेत्र स्थित धर्मशाला बाजार निवासी विनोद उपाध्याय धर्मशाला बाजार का हिस्ट्रीशीटर है।
उसकी गिरफ्तारी को लेकर घोषित इनामी राशि बढ़ाई जाएगी
एसपी सिटी कृष्ण बिश्नोई का कहना है कि उसके खिलाफ हत्या के 4 मामलों सहित 32 मामले दर्ज हैं...वह पिछले कुछ दिनों से फरार चल रहा था। यहां की सरकारी जमीन पर उसने कब्जा कर लिया है और बगल के प्लॉट पर भी कब्जा करने का प्रयास किया है। उन्होंने यहां करोड़ों रुपए का अपना घर भी बनवाया था। संपत्ति की पहचान जीडीए (गोरखपुर विकास प्राधिकरण) द्वारा की गई थी और उसके बाद इसे ध्वस्त किया जा रहा है। उसकी तलाश की जा रही है। उसकी गिरफ्तारी पर घोषित इनाम को बढ़ाकर 50 हजार से एक लाख कर दिया जाएगा।
30 मई को ही आदेश पारित किया गया था
बता दें कि 30 मई को जीडीए ने माफिया के अवैध निर्माण को 15 दिन में ध्वस्त करने का आदेश पारित किया था, जिसके अनुपालन में शनिवार की सुबह जीडीए की टीम बुलडोजर लेकर सलेमपुर उर्फ मोगलहा स्थित माफिया के मकान पर पहुंची तो घर में ताला बंद था। मजिस्ट्रेट को बुलाकर उनकी मौजूदगी में ताला तोड़ने के बाद मकान को खाली कराया गया। मौके पर एसपी सिटी के अलावा जीडीए व प्रशासन के अधिकारी फोर्स के साथ मौजूद रहे। बताया जा रहा है करीब ढाई करोड़ रुपये की लागत से यह मकान बना है।
गुलरिहा, शाहपुर थाना पुलिस के साथ ही क्राइम ब्रांच व एसटीएएफ की टीम गोरखपुर, लखनऊ, देवरिया के साथ ही आसपास के जिलों में पिछले 20 दिन से छापेमारी कर रही है।विनोद जिले के टाप 10 व प्रदेश के 61 माफिया की सूची में शामिल है।