अयोध्या: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर योगी सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था का पूरा खाका तैयार कर लिया है। आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि अयोध्या पहले से संवेदनशील क्षेत्र रही है। सुरक्षा योजना की दृष्टि से हमारे पास सीआरपीएफ, यूपीएसएसएफ, पीएसी और सिविल पुलिस मौजूद है। इसमें नई तकनीक का समावेश किया गया है। प्राण-प्रतिष्ठा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के आगमन के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ की गई है। उन्होंने बताया कि जल्द ही राम मंदिर के लिए नई सुरक्षा योजना लागू होगी, जिसके तहत कोई भी व्यक्ति बगैर जांच पड़ताल के मंदिर के आस-पास भी नहीं फटक सकेगा।
चुस्त-दुरुस्त होगी अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था
आईजी के अनुसार जगह–जगह चेकिंग प्वाइंट बनाए जाएंगे। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे और बगैर अनुमति के इस इलाके में ड्रोन नहीं उड़ाए जा सकेंगे। भविष्य में रिवर सिक्योरिटी को भी मजबूत किया जाएगा। नदी के किनारे सुरक्षा की बेहतर व्यवस्था की जाएगी। लोकार्पण के समय की सुरक्षा व्यवस्था के तहत जिले में 37 शासकीय और अशासकीय जमीनों पर पार्किंग व्यवस्था की जा रही है। यहां भी कैमरे लगे होंगे।
AI का भी लिया जाएगा सहयोग
अयोध्या के आईजी प्रवीण कुमार ने कहा कि, जनवरी 22 व 23 को भारी वाहन शहर के भीतर से होकर नहीं जाएंगे। साथ ही जिन लोगों को आमंत्रण दिया गया होगा उनके आने के लिए बेहतर व्यवस्था रहेगी। लेकिन अन्य छोटे वाहनों के लिए भी व्यवस्था लागू की जाएगी कि वह अपने गंतव्य तक आसानी से पहुंच सकें। डायवर्जन की सूचना विभिन्न माध्यमों से दी जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर खुफिया विभाग चारों ओर सक्रिय रहेगा। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का भी सहयोग लिया जाएगा। अराजकतत्वों की जानकारी के साथ ही उन पर पैनी नजर रहेगी।
चंपत राय ने कही ये बात
वहीं, राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बीजेपी के सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से उद्घाटन समारोह में ना पहुंचने की अपील की है। चंपत राय ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा है कि मुरली मनोहर जोशी और लाल कृष्ण आडवाणी स्वास्थ्य और उम्र संबंधी कारणों के चलते उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे। दोनों बुजुर्ग हैं, इसलिए उनकी उम्र को देखते हुए उनसे न आने का अनुरोध किया गया है, जिसे दोनों ने स्वीकार भी कर लिया है।
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