अयोध्या: अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां अपने अंतिम पड़ाव पर हैं। शनिवार 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम नगरी आ रहे हैं। इस दिन वह एयरपोर्ट समेत कई विकास कार्यों का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। हालांकि प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े कार्यक्रम 16 जनवरी से ही शुरू हो जाएंगे। 16 जनवरी से शुरू होकर यह कार्यक्रम 22 जनवरी तक चलेंगे।
16 जनवरी से शुरू होंगे कार्यक्रम
जानकारी के अनुसार, 16 जनवरी को मंदिर ट्रस्ट द्वारा नियुक्त यजमान श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र प्रायश्चित समारोह का संचालन करेंगे। सबसे पहले सरयू नदी के तट पर 'दशविध' स्नान, विष्णु पूजा और गायों को प्रसाद दिया जाएगा। इसके बाद 17 जनवरी को भगवान राम की बाल स्वरूप (राम लला) की मूर्ति लेकर एक जुलूस अयोध्या पहुंचेगा। मंगल कलश में सरयू जल लेकर श्रद्धालु राम जन्मभूमि मंदिर पहुंचेंगे।
20 जनवरी को सरयू के जल से धोया जाएगा गर्भगृह
वहीं इसके बाद 18 जनवरी को गणेश अंबिका पूजा, वरुण पूजा, मातृका पूजा, ब्राह्मण वरण और वास्तु पूजा के साथ औपचारिक अनुष्ठान शुरू होंगे। अगले दिन यानि 19 जनवरी को पवित्र अग्नि जलाई जाएगी। इसके बाद 'नवग्रह' की स्थापना और हवन किया जाएगा। वहीं 20 जनवरी को राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह को सरयू नदी के जल से धोया जाएगा, जिसके बाद वास्तु शांति और 'अन्नाधिवास' अनुष्ठान होगा।
22 जनवरी को होगी प्राण प्रतिष्ठा
21 जनवरी को रामलला की मूर्ति को 125 कलशों से स्नान कराया जाएगा और अंत में उन्हें समाधि दी जाएगी। अंतिम दिन 22 जनवरी को सुबह की पूजा के बाद दोपहर में 'मृगशिरा नक्षत्र' में राम लला के विग्रह का अभिषेक किया जाएगा। जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा संपन्न किया जाएगा।