अयोध्या में भव्य राम मंदिर का उद्घाटन हो चुका है और भगवान राम अपने बाल स्वरूप में मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किए जा चुके हैं। मंदिर के उद्घाटन के अगले दिन राम भक्तों की भीड़ रामलला के दर्शन को किस तरह उमड़ पड़ी थी जिसे काबू करने में पुलिस-प्रशासन के पसीने छूट गए थे। लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक्शन में आने के बाद दूसरे दिन ही रामभक्तों की भीड़ कंट्रोल में आ गई। लोग कतार में रामलला के दर्शन करने लगे और आज तीसरे दिन भी वही सिलसिला जारी है। लोग बहुत आराम से जय श्रीराम के नारे लगाते हुए मंदिर के अंदर जा रहे हैं और रामलला के दर्शन कर रहे हैं।
पहले दिन आया 3.17 करोड़ रुपये का चढ़ावा
आपको बता दें कि राम भक्त सिर्फ रामलला के दर्शन ही नहीं कर रहे हैं, दिल खोलकर दान भी कर रहे हैं। दान देने में राम भक्तों ने सबको पीछे छोड़ दिया है। रामभक्तों ने पहले दिन राम मंदिर में दिल खोलकर दान किया है इतना कि पहले ही दिन रामलला करोड़पति बन गए। मंदिर की तरफ से जारी आंकड़े के मुताबिक पहले दिन राम भक्तों ने मंदिर में 3 करोड़ 17 लाख रुपये के दान किए। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल मिश्रा के मुताबिक दान के लिए मंदिर में दस काउंटर खोले गए हैं जहां भक्त ऑनलाइन दान कर सकते हैं। पहले ही दिन रामभक्तों ने तीन करोड़ से ज्यादा का दान ऑनलाइन मोड में किया है।
3 तरीके से करें दान-
- काउंटर पर- तुरंत रसीद लें
- ऑनलाइन- मेल पर रसीद लें
- ट्रस्ट के अकाउंट में- ट्रस्ट की वेबसाइट से रसीद लें
आज रामलला के दर्शन का तीसरा दिन है। श्रद्धालुओं की आस्था के सैलाब को संभालने के लिए 8000 पुलिसकर्मी ड्यूटी पर लगे हैं और लोगों को रामलला के दर्शन अच्छे से हो रहे हैं जिससे राम भक्त काफी खुश हैं और प्रशासन की जमकर तारीफ कर रहे हैं।
देश-दुनिया से भक्तों ने प्रभु श्रीराम को भेजा ऑनलाइन दान
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के दिन 10 दान काउंटर खोले गए थे। इसके अलावा देश-दुनिया से तमाम राम भक्तों ने ऑनलाइन दान प्रभु श्रीराम को भेजा है। अनिल मिश्रा के अनुसार, मंगलवार 23 जनवरी को 5 लाख से ज्यादा रामभक्तों ने दर्शन किया है। दर्शन सुव्यवस्थित हो इसके लिए प्रशासन से वार्ता करके व्यवस्था की जा रही है।
दूसरी तरफ RSS के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने ट्रस्ट के सभी पदाधिकारी के साथ बैठक करके नई रणनीति तैयार की है। उन्होंने अयोध्या के आसपास के संघ के कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि वह मंदिर में साफ-सफाई की जिम्मेदारी स्वीकार कर लें और सुव्यवस्थित मंदिर दर्शन जारी करने में सहयोग करें।
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