अयोध्या: श्री राम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने बताया कि 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि 16 जनवरी से प्राण प्रतिष्ठा से पहले होने वाले पूजन शुरू हो जाएंगे। इसके साथ ही 18 जनवरी को मूर्ति मंदिर के गर्भगृह में पहुंच जाएगी। चंपत राय ने बताया कि मूर्ति पत्थर की है और मूर्ति का रंग काला है। प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होगी और उस समय गर्भगृह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश के राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत और राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास मौजूद रहेंगे।
कार्यक्रम लगभग 65 से 75 मिनट तक चलेगा
इसके साथ ही इस कार्यक्रम में देश की सभी विधायों का परांगत लोगों को इस कार्यक्रम में बुलाया गया है। इसमें राजनीति, अधिकारी, न्यायपालिका, वैज्ञानिक, खिलाड़ी, संगीतकार, संत-महात्मा, कारसेवा के दौरान अपने प्राण न्योछावर करने वालों के परिवारजन और तमाम जन इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इस अनुष्ठान को 121 आचार्य कराएंगे। चंपत राय ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 12:20 पर शुरू होगा और यह 1 बजे तक सम्पन्न हो जाएगा। इसके बाद पीएम मोदी, सीएम योगी और मोहन भागवत अपने मनोभाव व्यक्त करेंगे। इस कार्यक्रम लगभग 65 से 75 मिनट तक चलेगा।
प्रतिमा 150 से 200 किलो वजन की है
रामलला की यह प्रतिमा 150 से 200 किलो वजन की है। इसके साथ ही मूर्ति को 5 वर्ष के बालक का स्वरूप दिया गया है।रामलला की यह प्रतिमा 150 से 200 किलो वजन की है। इसके साथ ही मूर्ति को 5 वर्ष के बालक का स्वरूप दिया गया है। इसके साथ ही 18 जनवरी को प्रतिमा गर्भगृह में खड़ी कर दी जाएगी। इस प्रतिमा को अनेक प्रकार से निवास कराया जाएगा। इसमें जल, अन्न, औषधि और घी समेत 12 तरह के अधिवास कराए जाएंगे।