अयोध्या गैंगरेप की शिकार पीड़िता का लखनऊ के केजीएमयू के क्वीन मेरी अस्पताल में सफल गर्भपात कराया गया है। डीएनए जांच के लिए भ्रूण का सैंपल लिया गया हैं। डीएनए रिपोर्ट के आधार पर दोषियों की पहचान की जाएगी। हालांकि इस बारे में केजीएमयू प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है। पीड़िता को सोमवार को अयोध्या से लखनऊ रेफर किया गया था। उसके पेट में 12 सप्ताह का गर्भ पल रहा था। डॉक्टरों की टीम ने जांच में सब कुछ ठीक होने पर मंगलवार को सफल गर्भपात कराया। फिलहाल पीड़िता की हालत सामान्य है और जल्दी उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।
सीएम योगी बोले-दोषी नहीं बचेंगे
सीएम योगी अपने दो दिनों की अयोध्या यात्रा पर हैं और आज इस यात्रा का दूसरा दिन है। आज यानी बुधवार को सीएम योगी ने ट्वीट कर ये जानकारी दी जिसमें उन्हेंने लिखा कि आज अयोध्या धाम में भदरसा क्षेत्र की नाबालिग पीड़िता प्रकरण के विषय में एक सामाजिक प्रतिनिधिमंडल ने भेंट की। आश्वस्त रहें, पीड़िता को हर स्थिति में न्याय दिलाने हेतु हम प्रतिबद्ध हैं। पीड़िता और उसके परिवार की सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है।आपकी सरकार पूरी सक्रियता और संवेदनशीलता के साथ पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना के दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई होगी।
मामले पर हुई थी सियासी बयानबाजी
बता दें कि इस मामले को लेकर राजनीतिक सरगर्मी भी तेज रही। दुष्कर्म का मुख्य आरोपी का समाजवादी पार्टी से संबंध है, इसे लेकर सत्ता पक्ष विपक्षी पार्टी सपा पर लगातार हमला बोल रही थी। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने इसे लेकर ट्वीट किया था और आरोपी के डीएनए टेस्ट की मांग कर दी थी। तो वहीं सपा के दूसरे नेता अवधेश प्रसाद ने तो ये तक कह दिया था कि जो भी दोषी पाया जाए उसे फांसी की सजा मिलनी चाहिए। अब पीड़िता के भ्रूण का डीएनए सैंपल ले लिया गया है।