गोरखपुर: पूरे देश में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की धूम है। वहीं हिंदू धर्म के विचारों को आगे बढ़ाने वाले गीता प्रेस की भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका है। गीता प्रेस द्वारा 10 हजार से अधिक पुस्तकों को अयोध्या भेजा गया है। यहां अयोध्या आने वाले राम भक्तों को ये पुस्तकें सप्रेम भेंट की जाएंगी। इसके लिए अयोध्या दर्शन सहित कई पुस्तकों को गाड़ी में भरकर अयोध्या के लिए रवाना किया गया है। इसके साथ ही गाड़ी को रवाना करने के दौरान 'जय श्री राम' के नारों से पूरा गोरखपुर शहर गूंज गया।
रामकथा का किया जा रहा प्रचार
आपको बता दें कि गीता प्रेस द्वारा भगवान राम के जीवन का वर्णन करने वाली रामचरित मानस के माध्यम से रामकथा का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। इसमें काल्पनिक चित्रों के माध्यम से और लेखनी के माध्यम से पूरे देश और विश्व में राम जीवन से जुड़ी गाथाओं को बताने का कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को अयोध्या के राम मंदिर में राममूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा में गीता प्रेस अपना योगदान दे रहा है। गीता प्रेस भी इस ऐतिहासिक क्षण में शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त करने जा रहा है।
गीता प्रेस के लिए यह ऐतिहासिक समय
गीता प्रेस के ट्रस्टियों ने कहा है कि गीता प्रेस के प्रबंधन से जब बात हुई तो उन्होंने कहा कि जिस काल्पनिक कथा को हम लोगों को बताते रहे हैं, आज उसमें हमको भी जुड़ने का सौभाग्य मिला। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान गर्भगृह से लेकर के अन्य स्थानों पर रहने वाले राम भक्तों को गीता प्रेस अपने द्वारा प्रकाशित पुस्तकों को सप्रेम भेंट करेगा। यह ऐतिहासिक समय होगा। इसके साथ ही गोरखपुर से 10 हजार से अधिक पुस्तकों को एक गाड़ी में भरकर जय श्री राम के जयकारों के साथ अयोध्या के लिए रवाना किया गया है।
(गोरखपुर से राज श्रीवास्तव की रिपोर्ट)
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