अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बीच तौकीर अहमद जेल से बाहर आ गया है। तौकीर लखनऊ की गोसाईगंज जेल में जुलाई 2021 से 23 मार्च 2023 तक जेल में बंद था। तौकीर अहमद, अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता का भाई जकी और अतीक का बेटा उमर तीनों एक ही बैरक में बंद थे। जानकारी के मुताबिक तौकीर ने बताया कि असद और उमर की आखिरी मुलाकात 23 फरवरी को हुई थी। उमर ने इस बाबत तौकीर को बताया कि मोहित जायसवाल को ये लखनऊ से गाड़ी चलाकर देवरिया जेल ले गया था। यहां पहले से मौजूद अतीक अहमद मोहित से नाराज था। इस कारण अतीक ने जेल के अंदर मोहित को मारा और उसकी उंगली भी तोड़ दी थी।
नॉर्मल लाइफ जीना चाहता था उमर
तौकीर ने बताया कि उमर नॉर्मल लाइफ जीना चाहता था। जेल में वह सबसे अच्छा व्यवहार करता था। धर्मांतरण मामले में जेल में बंद तौकीर 3 महीने से जेल में बंद था। इस दौरान उमर और तौकीर दोनों साथ रहे। जब उमर को हाई सिक्योरिटी बैरक में ट्रांसफर किया गया तब तौकीर उमर के मामा जकी के साथ बैरक में आया था। तौकीर ने बताया कि उमर जेल में नमाज कराया करता था। वह 5 वक्त नमाज पढ़ता है। अतीक गैंगस्टर है लेकिन उमर में अपराध को लेकर अलग ही सोच है।
असद और उमर की मुलाकात
तौकीर ने कहा कि जेल में भी उमर का रसूख चलता है। उमर ने जेल में बंद कई लोगों की जमानत जेल से ही रहते हुए कराई है। उमेश पाल हत्याकांड के एक दिन पहले 23 फरवरी को असद उमर से मिलने आया था। मुलाकात के दौरान उसने खुद असद को देखा था। बाद में उमर ने भी बताया कि असद उससे मिलने आया था। अतीक का साला जकी भी अतीक के दबाव में था। जकी अपनी बहन के चलते चुप रहता था। गौरतलब है कि असद को झांसी में एक पुलिस एनकाउंटर में मार गिराया गया था। इसी कड़ी में असद के साथ शूटर गुलाम को भी मार गिराया गया था।