लखनऊ : माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके बाई अशरफ की हत्या की जांच आज से न्यायिक आयोग शुरू करेगा। आयोग के सदस्य प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर सकते हैं। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर दो और जांच टीमें बनाई गई हैं। हत्याकांड की जांच एक लिए एसआईटी बनाई गई है जबकि एसआईटी के काम की मॉनिटरिंग के लिए भी एक टीम का गठन किया गया है।
कानपुर के हिस्ट्रीशीटर ने दी थी पिस्टल
इस बीच अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। अतीक और अशरफ पर गोलियां बरसाने वाले तीनों हमलावरों सनी, अरुण और लवलेश ने पूछताछ में बताया कि उन्हें कानपुर के हिस्ट्रीशीटर बाबर ने आधुनिक पिस्टल दी थी। सनी की बाबर से मुलाकात हमीरपुर जेल में हुई थी। यह बात भी सामने आई कि बाबर के संबंध पंजाब के आतंकवादियों से हैं।
हमलावरों के पास से कौन से हथियार मिले थे?
अतीक और अशरफ पर हमला करने वाले सनी, अरूण और लवलेश के पास से एक 30 पिस्टल (7.62) कंट्रीमेड, एक 9 एमएम पिस्टल गिरसान (मेड इन टर्की) और एक 9 एमएम पिस्टल, जिगाना (मेड इन टर्की) बरामद हुई थी। हमलावरों की आर्थिक हालत इतनी अच्छी नहीं है कि वह इतने महंगे और आधुनिक हथियार खरीद सकें। ऐसे में ये सवाल काफी उठ रहा था कि आखिर ये हथियार इनके पास कहां से आए और इन्हें किसने दिया।
कैमरे के सामने हुआ था शूट आउट
आपको बता दें कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को शनिवार रात को मेडिकल कराने के लिए केल्विन अस्पताल ले जाया जा रहा था। इसी दौरान मीडिया से बात करने के दौरान तीनों आरोपियों अतीक और अशरफ हमला कर दिया। सबसे पहले अतीक के सिर में गोली मारी गई। इसके तुरंत बाद हमलावरों ने अशरफ को गोली मार दी।पूरा अस्पताल परिसर गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। अतीक और अशरफ की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने तीनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया।