मिट्टी में मिल चुके माफिया डॉन अतीक अहमद को लेकर रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन फरार चल रही है। उमेश पाल हत्याकांड की आरोपी शाइस्ता की तलाश में पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी रही है। पुलिस अधिकारी अब शाइस्ता तक पहुंचने के लिए 'आर्थिक मार्ग' का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। इस बीच, एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। अब ये जानकारी सामने आई है कि अतीक के काले साम्राज्य को शाहिस्ता ही संभाल रही थी।
इस नए खुलासे में ये जानकारी सामने आई है कि अतीक के जेल में रहते हुए भी शाइस्ता हवाला के जरिए वसूली की रकम लेती थी। शाइस्ता अवैध वसूली का साम्राज्य चला रही थी। अतीक के खास वकील और गुर्गे इस हवाला नेटवर्क को संभाल रहे थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, शाइस्ता को अपने पति की पिछले 4 दशकों में अर्जित अकूत संपत्ति और संपत्ति की जानकारी है।
अवैध कमाई को समेटने की कोशिश में शाइस्ता
दरअसल, शाइस्ता परवीन इन दिनों अब इस कोशिश में है कि अतीक अहमद के काले साम्राज्य की अवैध कमाई को किसी भी तरीके से समेटा जाए। पुलिस अधिकारी ने कहा, "हमारे पास जानकारी है कि शाइस्ता इस दौलत को अपने पास रखने और अपने बेटों के लिए इसे बचाने की पूरी कोशिश कर रही है। अब हम उन स्रोतों की जांच कर रहे हैं जिनसे परिवार को इन संपत्तियों को हासिल करने में मदद मिली, जिनमें से कई 'बेनामी' हो सकती हैं।"
पुलिस ने सल्लाहपुर-हटवा गांव में की छापेमारी
पुलिस ने प्रयागराज के सल्लाहपुर और हटवा गांव में छापेमारी की। अतीक अहमद के भाई अशरफ की ससुराल भी सल्लाहपुर गांव में है। सूत्रों ने कहा कि अतीक ने महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और हैदराबाद में संपत्ति अर्जित की थी और शाइस्ता इनमें से किसी एक स्थान पर छिपी हो सकती है। साथ ही अतीक के परिवार की कुछ अन्य महिलाएं भी उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी हैं। इनमें अतीक की बहन आयशा नूरी भी है।
शाइस्ता परवीन को संपत्तियों की है जानकारी
अतीक ने गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली और यहां तक कि मुंबई में हीरा खनन, डेयरी और अन्य परियोजनाओं में भी निवेश किया। शाइस्ता परवीन को इन संपत्तियों की जानकारी है। अधिकारियों का कहना है कि शाइस्ता और अशरफ की पत्नी जैनब रूबी गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार ठिकाना बदल रही हैं, जबकि चकिया इलाके के स्थानीय लोगों का दावा है कि दोनों छिपकर 'इद्दत' (पति की मौत के बाद तीन महीने से अधिक) की अवधि का पालन कर रही होंगी। बता दें कि अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ को 15 अप्रैल की रात प्रयागराज के एक अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए ले जाते समय तीन हमलावरों ने खुलेआम गोली मार दी थी।