लखनऊः सुल्तानपुर में पुलिस एनकांउटर में मारे गए मंगेश यादव के परिजनों ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की। जौनपुर के गांव अगरौरा थाना बक्सा से आए मंगेश यादव के पिता राकेश यादव, मां शीला देवी और बहन प्रिंसी यादव ने अखिलेश यादव को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवारजनों को भरोसा दिया कि उनके बेटे की पुलिस द्वारा हत्या किए जाने की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी।
पीड़ित परिजनों से बताया सारा घटनाक्रम
पीड़ित परिवारजनों ने बताया कि पुलिस ने जबरदस्ती दबाव डालकर वीडियो बनाया है जिसमें झूठ के सिवा कुछ नहीं है। जो वीडियो पुलिस प्रसारित कर रही है उसमें दबाव में उनसे मनमाफिक बयान दिलवाया गया है। पूरा गांव सच्चाई बता रहा है। मंगेश को जबरदस्ती अपराधी बताकर पुलिस एनकाउंटर कर वाहवाही लूट रही है। पीड़ित परिवार ने कहा कि 2 सितंबर 2024 की रात्रि 02 बजे पुलिस मंगेश को घर से उठाकर ले गई। 3-4 सितंबर 2024 को दिन में पुलिस घर आई और कहा कि पूछताछ हो रही है। तुम्हारा लड़का छोड़ दिया जाएगा। 5 सितंबर 2024 को उसकी फर्जी एनकाउंटर में हत्या कर दी गई। पुलिस वालों ने कहा, जाओ सुल्तानपुर के पोस्टमार्टम हाउस में लाश ले आओ।
सपा प्रमुख ने सरकार पर फिर बोला हमला
इस दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पुलिस का नया तरीका है, किसी को भी उठाओ, झूठी कहानी बनाओ और परिवार पर दबाव डालकर सच का ही एनकाउंटर कर दो। एक्स हैंडल पर ट्वीट कर अखिलेश ने कहा कि तथाकथित एनकाउंटर में जिस युवा मंगेश यादव का जीवन चला गया, उसके शोक-संतप्त परिवार का कहना है कि पुलिस मंगेश को 2 सितंबर को ले गयी थी और 5 सितंबर को उसका एनकाउंटर दिखाया गया। इस प्रकरण की गहन जांच और सख़्त कार्रवाई ही क़ानून-व्यवस्था में जनता के खोये हुए विश्वास को वापस ला सकती है। भाजपा ने शासन-प्रशासन का नैतिक आधार खो दिया है।
5 सितंबर हुआ था एनकांउटर
बता दें कि सुल्तानपुर के सर्राफ की दुकान पर 28 अगस्त 2024 को लूट हुई थी। डीजीपी प्रशांत कुमार के अनुसार, 28 अगस्त को सुल्तानपुर के कोतवाली नगर क्षेत्र में दिन में 12:45 पर भरत ज्वैलर्स के यहां दिनदहाड़े डकैती हुई थी। डीजीपी ने बताया कि घटना में कुल 12 आरोपी शामिल थे। इसमें विपिन सिंह गैंग लीडर था। विपिन, फुरकान और उसके तीन साथियों ने घटना को अंजाम देने के लिए 13 और 15 अगस्त को दुकान की रेकी की थी। इसके वीडियो के रूप में हमारे पास साक्ष्य भी उपलब्ध हैं। वीडियो में रेकी करते हुए विपिन और उसके साथियों को दिखाया गया है।