लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को विधानसभा में भाजपा सरकार को घेरा और कहा कि डबल इंजन सरकार में क्या इंजन टकरा रहे हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के आठवें दिन सदन में अखिलेश ने भाजपा को घेरा। कहा कि आप अमेरिका की तरह सड़क बनाना चाहते हैं। मगर आपका एक्सप्रेस-वे कैसा है। पूरी गाड़ी अंदर चली गई। सिंगल पेयर एलिवेटेड रोड सपा ने दी। हमारे पास बुद्धि कम है, हम एक ही बना सके। आप ही बना देते। आपने एक भी फोरलेन बनाया हो तो बता दीजिए। आपकी डबल इंजन सरकार में क्या इंजन टकरा रहे हैं। एक्सप्रेस-वे के लिए यूपी को बजट नहीं मिलता है।
महंगाई से लोग त्राहि-त्राहि कर रहे - अखिलेश यादव
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सिर्फ 4 प्रतिशत बेरोजगारी दर बताई जा रही है। इसका मतलब क्या 90 प्रतिशत बेरोजगारों को रोजगार मिल गया है? गैस सिलेंडर, दूध, आटा, दाल सब महंगा हो गया है। महंगाई से लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। भाजपा के पास महंगाई कम करने का कोई भी जवाब नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का किसान छला गया है। उसको न तो एमएसपी मिली नहीं उसकी आय दोगुनी हुई। गन्ना किसान को बकाया भुगतान भी नहीं मिला। भाजपा ने जिस उद्योगपति को बढ़ाया था और दुनिया में नंबर 2 पर पहुंचा दिया था, वह 20 लाख करोड़ रुपये के घाटे में चला गया है। एलआईसी और एसबीआई जैसी सरकारी संस्थाओं का पैसा डूब गया। केंद्र सरकार कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है?
'अगले चार साल में यूपी क्या उम्मीद कर सकता है?'
अखिलेश यादव ने कहा कि अमेरिका ने सड़क बनाई और सड़क ने अमेरिका बनाया। ये कहते हैं कि अमेरिका की तरह सड़क बनाएंगे। मैं पूछता हूं क्या तय समय में गंगा एक्सप्रेस-वे बन जाएगा। दिल्ली वालों ने यूपी को किस एक्सप्रेस-वे के लिए बजट दिया। 27470 करोड़ पीडब्ल्यूडी का बजट था, 7570 करोड़ ही खर्च कर पाए। अखिलेश ने सदन में पूछा कि हम इन्वेस्टमेंट कैसे हासिल करेंगे, इसका सोर्स क्या है? जो लक्ष्य रखे हैं, उसके लिए 34 फीसद की ग्रोथ रेट चाहिए। अगले चार साल में यूपी क्या उम्मीद कर सकता है। इस लक्ष्य के लिए सपा आपके साथ खड़ी है। मगर मुख्यमंत्री को अपना इकोनॉमी एडवाइजर को बदल देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि एक संस्था को हायर किया गया है। सिर्फ मुख्यमंत्री को गुमराह करने के लिए। 200 करोड़ देकर एक संस्था से आप सुझाव लेंगे। आपका वित्त विभाग फेल है। अगर सही आंकड़े आपको रखने हैं, तो एम्प्लॉयमेंट रेट बतानी चाहिए। क्योंकि रोजगार नहीं है। सरकारी विभागों के खाली पद भरने चाहिए। देखिए आप सपा शासन से पीछे गए है या नहीं।
' न जाने खुशबू से सरकार को इतनी नफरत क्यों है?'
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई है। आगरा में लेदर, अलीगढ़ के ताले, अंबेडकरनगर के बुनकर के लिए बजट में क्या घोषणाएं हुईं। औरैया और बलरामपुर में फूड प्रोसेसिंग, अयोध्या में जैविक खेती, भदोही में कालीन कारोबार, फिरोजाबाद में ग्लास कारोबार के लिए बजट क्या था? अखिलेश ने पूछा कि कन्नौज के इत्र के लिए क्या किया आपने। न जाने खुशबू से सरकार को इतनी नफरत क्यों है? वहां जिसके यहां छापा पड़ा, वो भाजपा का आदमी था। उस वक्त यूपी में चुनाव था। सरकार चाहती थी सपा बदनाम हो। इसलिए छापा मारा गया। जिसने सपा का इत्र लॉन्च किया, वो भी उसी मोहल्ले में था, उसके भी मुंबई में ऑफिस हैं। जब बीजेपी को समझ आया कि गलती हुई है, तो उसके यहां भी छापा मार दिया। भाजपा सरकार ने कांग्रेस से छापा मारना सीखा है। बीजेपी कांग्रेस के रास्ते पर चल रही है।