यूपी की सियासत में सारस के बाद अब गोलू की एंट्री हो गई है। पिछले कुछ दिनों से एक सारस यूपी की राजनीति का केंद्र बना हुआ है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सीएम योगी से गुहार लगाते हुए कहा है कि जैसे आपको गोलू से प्यार है वैसे ही यूपी को सारस से उसे खोज लीजिए, भले ही नाम बदल दीजिए। अखिलेश यादव ने एक के बाद एक दो ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा। अपने पहले ट्वीट में अखिलेश यादव ने एक वीडियो शेयर करके पूछा है कि चिड़ियाघर में बंद परिंदा, ये कैसी आजादी है। वहीं दूसरे ट्वीट में अखिलेश ने पूछा है कि सारस को तो कानपुर चिड़ियाघर भेज दिया, क्या गोलू को भी गोरखपुर चिड़ियाघर भेजेंगे।
सीएम योगी का चहेता डॉगी है गोलू
आपको बता दें कि गोलू मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सबसे चहेता डॉगी है। जब भी सीएम योगी गोरखपुर में होते हैं तो गोलू को दुलार करना नहीं भूलते। वहीं सारस मामले में अब वन विभाग एक्शन मोड में आ गया है। सारस के दोस्त आरिफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। साथ ही वन विभाग ने बयान दर्ज कराने के लिए आरिफ को एक नोटिस जारी कर दिया है। इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अमेठी जिले में एक व्यक्ति के घर से रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में छोड़े गये बहुचर्चित सारस के 'लापता' होने पर नाराजगी जाहिर की थी।
सपा अध्यक्ष ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ''मुख्यमंत्री जी चाहें तो लापता सारस का कोई नामकरण भी कर दें लेकिन उसे ढूंढकर उसकी जान ज़रूर बचाएं। वो सारस भी पूरे उत्तर प्रदेश को वैसे ही प्रिय है, जैसे मुख्यमंत्री जी को गोलू (मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कुत्ता)।''
अखिलेश ने किया था दावा- पक्षी विहार से लापता सारस
अखिलेश यादव ने इस मामले को लेकर कई ट्वीट किये। उन्होंने पिछले ट्वीट में कहा था, ''उत्तर प्रदेश वन-विभाग द्वारा अमेठी से ज़बरदस्ती ले जाकर रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में छोड़ा गया ‘बहुचर्चित सारस’ अब लापता है। उत्तर प्रदेश के राज्य-पक्षी के प्रति ऐसी सरकारी लापरवाही एक गंभीर विषय है। भाजपा सरकार तत्काल सारस खोजे, नहीं तो पूरी दुनिया के पक्षी-प्रेमी आंदोलन करेंगे। शर्मनाक!'' उन्होंने सारस के 'लापता' होने की एक खबर भी अपने ट्वीट के साथ टैग की थी।
सारस को अपने साथ ले गयी वन विभाग की टीम
गौरतलब है कि अमेठी जिले के जामो विकास खंड के मंडखा निवासी आरिफ नामक युवक के घर पर रह रहे एक सारस को वन विभाग ने गत मंगलवार को रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार भेज दिया था। प्रभागीय वन अधिकारी डी.एन. सिंह ने बुधवार को बताया था कि विभाग की एक टीम ने आरिफ से मुलाकात कर इसके लिए सहमति ली थी। उन्होंने बताया कि सारस को मंगलवार को रायबरेली के ऊंचाहार समसपुर पक्षी विहार भेज दिया गया। उनके मुताबिक इस प्रकिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई है। हालांकि आरिफ ने वन अधिकारी के दावे को गलत बताते हुए कहा कि वन विभाग की टीम 'ऊपर' से मिले आदेश का हवाला देते हुए सारस को अपने साथ ले गयी।
ये भी पढ़ें-
कांग्रेस को अखिलेश यादव ने दी नसीहत- BJP से मुकाबले के लिए अब क्षेत्रीय दलों को करो आगे
समसपुर पक्षी विहार से गायब हो गया आरिफ का सारस, अखिलेश ने कहा, ‘...आंदोलन होगा’