लखनऊः समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने "नोटबंदी बेबी" के नाम से मशहूर खजांची यादव का 8वां जन्मदिन मनाया। खजांची यादव का जन्म नोटबंदी के दौरान उस समय हुआ था जब उनकी मां एक बैंक के बाहर लाइन में इंतजार कर रही थीं। बच्चे का नाम खुद अखिलेश यादव ने रखा, जिसे खजांची के नाम से जाना जाता है।
हर साल खजांची का जन्मदिन मनाते हैं अखिलेश
जानकारी के अनुसार, समाजवादी पार्टी हर साल खजांची के जन्मदिन को नोटबंदी के विरोध के प्रतीक के रूप में मनाती है। इस बार भी अखिलेश यादव ने सपा कार्यालय में खजांची का 8वां जन्मदिन मनाया। इस दौरान केक काटे गए और मिठाइयां भी बांटी गई। इस मौके पर अखिलेश यादव ने खजांची को साइकिल गिफ्ट की। इसके साथ ही बच्चे को कुछ पैसे भी दिए।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने खजांची के जन्मदिन की कुछ तस्वीरों को भी अपने एक्स हैंडल से शेयर किया है। ट्वीट कर अखिलेश ने कहा कि नोटबंदी की लाइन में जन्मा ख़ज़ांची 8 साल का हो गया और नोटबंदी की नाकामयाबी का इतिहास भी इतने ही साल पुराना हो गया। नोटबंदी दुनिया के आर्थिक इतिहास की सबसे भ्रष्ट घटना है। नोटबंदी भाजपा के भ्रष्टाचार का महासागर साबित हुई। नोटबंदी के समय जितने भी दिखावटी लक्ष्य रखे गये थे उनमें से एक भी पूरा नहीं हुआ।
अखिलेश यादव ने कहा कि नोटबंदी का असर स्लो प्वाइजन (मीठा जहर) जैसा हुआ। पिछले 8 साल में इसने किसान, मज़दूर, मध्य वर्ग, नौकरीपेशा, पेशेवर लोग और छोटे दुकानदार-व्यापारी, रेहड़ी-पटरी-फेरीवालें सबको अपना शिकार बनाया। नोटबंदी, भाजपा की वोटबंदी का कारण बनी है। नोटबंदी ने मंदी लाकर बहुत सारे काम-कारख़ानों पर ताला लगाया है अब यही भाजपा की सत्ता की तालेबंदी करेगी।
अखिलेश यादव हर साल खजांची का जन्मदिन मनाते हैं। वह सिर्फ साल 2018 में उसके जन्मदिन पर शामिल नहीं हो पाए थे। खजांची यादव के बर्थडे पर सपा प्रमुख ने घोषणा किया कि वह खजांची को सदन ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि जब खजांची बड़ा हो जाएगा तो उसे सदन भी भेजा जाएगा।
खजांची यादव के बारे में जानें
खजांची यादव कानपुर के अनंतपुर गांव का रहने वाला है। उसकी मां का नाम सर्वेशा देवी है। सर्वेशा की ससुराल सरदारपुरवा में है। हालांकि वह पारिवारिक विवाद के कारण ससुराल में नहीं रहती। वह अपने मायके अनंतपुर में ही रहती हैं। वह 2016 में पैसे निकालने बैंक गई थी। बैंक के सामने वह लाइन में लगी थी तभी खजांची का जन्म हो गया। उस दौरान अखिलेश यादव यूपी के मुख्यमंत्री थे और बच्चे का नाम खजांची रख दिया।