कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने लोकसभा चुनाव से पहले सबसे ज्यादा संसदीय सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में बड़ा फेरबदल किया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पूर्व एमएलए अजय राय को उत्तर प्रदेश की कमान सौंप दी है। अजय राय पूर्वांचल के जाने-माने नेता हैं। ऐसे में कांग्रेस को चुनाव में उनके प्रभाव से फायदे की उम्मीद है।
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पीएम मोदी के खिलाफ लड़ा था चुनाव
कांग्रेस नेता अजय राय ने 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर वाराणसी सीट से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। हालांकि, दोनों ही बार अजय राय को करारी शिकस्त मिली थी। अजय राय को यूपी का बाहुबली नेता माना जाता है, उन पर कई आपराधिक मुकदमे भी दर्ज हैं। इस कारण भाजपा उन पर निशाना साधती रहती है।
पांच बार के विधायक
अजय राय यूपी की कोलासला और पिंडरा विधानसभा सीट से 5 बार विधायक रह चुके हैं। 1996 से लेकर 2007 तक वो भाजपा में थे। इसके बाद लोकसभा टिकट न मिलने पर उन्होंने भाजपा छोड़कर सपा ज्वाइन कर ली। इसके बावजूद वो 2009 में मुरली मनोहर जोशी से चुनाव हार गए। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया। बीते कई चुनावों में अजय राय की लगातार हार हुई है।
बृजलाल खाबरी की लेंगे जगह
अजय राय निवर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष बृजलाल खाबरी की जगह उत्तर प्रदेश कांग्रेस की कमान संभालेंगे। कांग्रेस ने बृजलाल और अन्य क्षेत्रीय पदाधिकारियों को उनके कार्य और योगदान के लिए धन्यवाद दिया है।
यूपी में पार्टी का बुरा हाल
बीते दो लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन काफी बुरा रहा है। कांग्रेस पार्टी ने 2014 में राज्य में 2 सीट और 2019 लोकसभा में चुनाव में केवल 1 सीट पर जीत दर्ज की थी। 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस को केवल 2 सीटों से संतोष करना पड़ा था।
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