आगरा: भारत में जिले का सर्वोच्च अधिकारी डीएम होता है। डीएम के आदेश के बिना जिला में पत्ता भी नहीं हिलता है। लेकिन उत्तर प्रदेश के आगरा में डीएम के साथ कुछ ऐसा हो गया कि सभी हैरान रह गए। यहां डीएम और एक बीडीओ के बीच जूतमपैजार का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि एक मीटिंग के दौरान गुस्सा होकर पहले डीएम ने BDO को पेपरवेट फेंककर मारा। इसके बाद गुस्से में BDO ने डीएम पर जूतों की बरसात कर दी।
यूपी कांग्रेस ने बोला हमला
इस मामले को लेकर यूपी कांग्रेस ने ट्वीट कर सरकार पर हमला भी बोला है। कांग्रेस ने लिखा, "आगरा में डीएम साहब और BDO साहब के बीच जूतमपैजार का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि किसी बात पर बिगड़े DM साहब ने BDO साहब को पेपरवेट फेंक कर मारा। बदले में BDO साहब ने DM साहब को जूते से पीट दिया। ऐसी परिस्थितियां देश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री के उत्तर प्रदेश के अलावा और कहाँ देखने को मिल सकती हैं? जहां की नौकरशाही ही जूतमपैजार में व्यस्त रहे, वहां की जनता का क्या हाल होगा?"
हालांकि इस पूरे मामले की सच्चाई क्या है, यह कोई बताने को तैयार नहीं है। हालांकि जिलाधिकारी की ओर से बीडीओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। बीडीओ अनिरुद्ध सिंह चौहान के इस आचरण पर थाना रकाबगंज में केस दर्ज कराया गया है। सहायक विकास अधिकारी पंचायत पंकज कुमार की तहरीर पर आरोपी बीडीओ पर धारा 323, 504, 506 और 332 के तहत केस दर्ज किया गया है।
डीएम की तरफ से दर्ज कराई गई शिकायत
डीएम की तरफ से दर्ज कराई गई एफआईआर में बताया गया है कि समीक्षा बैठक शालीनता से चल रही थी। जिलाधिकारी ने बरौली अहीर की समीक्षा करते हुए धीमी विकास गति पर बीडीओ अनिरुद्ध सिंह से जानकारी चाही तो वह उत्तेजित हो गए। उन्होंने अभद्र भाषा का प्रयोग किया और गाली-गलौज करते हुए मारपीट का भी प्रयास किया।