गाजीपुर के पूर्व सांसद अफजाल अंसारी जो 1 दिन पहले ही हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद जेल से रिहा हुए हैं, अपने आवास मोहम्मदाबाद स्थित फाटक पर पहुंचे जहां पर उनके समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस स्वागत से अभिभूत होकर अंसारी ने समर्थकों का धन्यवाद किया। इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज से 90 दिन पहले एक मुकदमे के मामले में कोर्ट से सजा सुनाए जाने के बाद मुझे जेल भेज दिया गया था लेकिन हाई कोर्ट से जमानत होने के बाद आज हम आपके बीच में है।
सजा पर स्टे के लिए जाएंगे सुप्रीम कोर्ट
इस दौरान अफजाल अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही और कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट से इंसाफ मिल गया और सजा पर स्टे हो गई तो हमारी सदस्यता भी बहाल हो जाएगी। अगर ऐसा नहीं होता है तो अब यहां पर उपचुनाव होने की संभावना है। यह लोग साजिश कर रहे हैं, परेशान हैं। इस दौरान उन्होंने कस्बे के लोगों का दिल से शुक्रिया करते हुए कहा कि जेल जाने पर हमें एक ही चिंता सता रही थी। 5 दिन के बाद नगर पालिका चुनाव हैं लेकिन आप लोगों ने हमें जीत दिलाकर हमारी चिंता को खत्म कर दिया और यही कहना चाहता हूं कि सारी कार्रवाई डराने के लिए किया गया है कि आप लोग डर जाएं।
"सजा पर जमानत होना एक बात और सजा स्टे होना अलग बात"
अफजाल अंसारी ने कहा कि सरकार में बैठे हुए लोग दो-चार महीने और चाहे जितना भी जुल्म कर लें, कुदरत की तरफ से एक विकल्प बन गया है। यह भी उनकी नींद को हराम कर चुका है। जो भी बना है, उसके मुकाबले अब यह 24 में किसी भी मुकाबले में लौट कर आने वाले नहीं हैं। इसलिए बेचैनी में वह जितने लोगों का गला काट जाएं, जिसमें हम अपनी भी एक कुर्बानी देने को तैयार हैं। मेरी आवाज को दबाया नहीं जा सकता। मैं अभी जाऊंगा सुप्रीम कोर्ट। राहुल गांधी को जमानत तो मिल गई है, लेकिन उनकी सदस्यता समाप्त हो गई है, क्योंकि उनकी सजा 2 साल से ज्यादा की है। आजम खान साहब और अब्दुल्ला खान की भी सजा 2 साल से ऊपर की है। सजा पर जमानत होना एक बात है और सजा स्टे हो जाना अलग बात है। वह सजा स्टे होने वाला ऑर्डर हाईकोर्ट ने नहीं दिया है। इसके लिए हमें सुप्रीम कोर्ट जाना है। राहुल गांधी गए हुए हैं, उनके 4 तारीख लगे हुए हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह फैसला बड़े माफियाओं को बचाने के लिए है।
भाजपा के सांसद को सजा 1 साल की हुई
माफिया मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल ने कहा कि हमारे ऊपर आरोप लगाया गया है कि जनता से अवैध रूप से धन वसूलते हैं। इल्जाम है कि हम गरीब और कमजोर लोगों की जमीन और जायदाद को कब्जा कर लेते हैं। हम और हमारे परिवार ने लोगों को बसाया है, उनका सहारा बने हैं। हमारे ऊपर गलत इल्जाम लगाया गया है और इल्जाम लगाने वाले वह हैं जो गरीबों का हमेशा गला काटने का काम करते थे। उन्होंने कहा कि 29 अप्रैल साजिश करने वालों के कामयाबी का दिन था और आज 27 तारीख दुआ करने वालों के कामयाबी का दिन है। पूर्व सांसद ने कहा कि लड़ाई खत्म नहीं हुई है। अभी हमें सुप्रीम कोर्ट जाना है। यह लड़ाई मैं अकेले नहीं लड़ रहा हूं, बल्कि मुल्क में हमारे जैसे अनेकों लोग हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि अभी 1 सप्ताह पहले भाजपा के एक एमपी को सजा हुई है। थाने के अंदर लूटपाट करने और मारपीट करने का आरोप था और उन्हें सजा 1 साल के हुई ताकि उनकी सदस्यता भी खत्म ना हो और जेल भी ना जाना पड़े और हमारी 4 साल की सजा इसलिए कि हमारी सदस्यता भी खत्म हो जाए और जेल भी जाना पड़े। यह सब प्रेशर और दबाव के चलते हो रहा है।
(रिपोट- अनिल कुमार)
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