UP News: अतीक अहमद और अशरफ की मौत के बाद से ही पुलिस उनसे जुड़े लोगों और करीबियों से जुड़ी जांच में जुटी हुई है। इसी बीच पुलिस सूत्रों के हवाले से खबर है कि अतीक अहमद से जुड़े लोगों या करीबियों के फोन अचानक बंद हो गए हैं। पुलिस ने इन्वेस्टिगेशन के लिए करीब 1 हजार से ज्यादा नंबर सर्विलेंस पर लिए गए थे। इनमें से कई नंबर शूटरों के थे, कई जान पहचान के लोगों के थे। सभी फ़ोन स्विच ऑफ है या ‘नॉट रिचेबल‘ आ रहे हैं। पुलिस केवल अतीक के करीबियों के नंबर सर्विलेंस पर नहीं लगाए थे, बल्कि कई दूसरे गैंग के शूटरों के भी नंबर सर्विलेंस पर थे। ये सभी नंबर अतीक और अशरफ की हत्या के बाद बंद हो गए। पुलिस नंबर सर्विलेंस पर लगाकर सुराग इकट्ठा कर रही थी। अब इनके दूसरे संपर्कों के जरिए पुलिस नई स्ट्रेटेजी पर काम कर रही है।
अतीक-अशरफ की मौत का सीन रीक्रिएट किया गया
गौरतलब है कि अतीक और अशरफ अहमद की अस्पताल में मेडिकल चेकअप के लिए ले जाते वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद गोलीबारी करने वाले तीन आरोपियों ने तुरंत सरेंडर कर दिया था। पुलिस ने इन तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। इन आरोपियों से पूछताछ की गई। इसी बीच अतीक और अशरफ की मौत का सीन भी गुरुवार को रीक्रिएट किया गया।
विशेष जांच दल ने उसी घटनास्थल पर पूरा घटनाक्रम दोबारा दोहराया। दरअसल, एसआईटी उस दिन के घटनाक्रम के हर पहलू को अच्छी तरह से जांचना और परखना चाह रही है, जिससे जांच रिपोर्ट में किसी तरह की खामी न रह जाए। घटनास्थल पर न्यायिक आयोग भी मौजूद रहा। इस दौरान टीम ने क्राइम सीन को रीक्रिएट भी किया। इसी बीच घटनास्थल पर उस दिन सुरक्षा में मौजूद सभी पुलिसकर्मियों से पूछताछ भी की।
15 अप्रैल को अस्पताल ले जाते समय हुई थी हत्या
शनिवार 15 अप्रैल को अतीक अहमद और अशरफ की प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दोनों को देर रात मेडिकल के लिए केल्विन अस्पताल लाया गया था। पुलिस की जीप से उतर कर दोनों मीडियाकर्मियों से बात कर रहे थे। इसी दौरान तीनों हमलावरों ने अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी।