अयोध्या में मासूम संग हुए गैंगरेप मामले पर अब समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने बेतुका बयान दिया है। उन्होंने कहा, लोग मुख्यमंत्री से मिलने के लिए चिल्लाते हैं, लेकिन अपाइंटमेंट नहीं मिलता है। लेकिन ये मुख्यमंत्री के पास जाकर फौरन बात कर लेती है और मुख्यमंत्री से 5 मिनट में मुलाकात हो जाती है। बहुत सारी पीड़िता ऐसी हैं, जिन्हें समझाकर बुलाया जाता है। अबू आजमी ने आगे कहा कि अगर बलात्कार सच में हुआ है तो उन्हें फांसी होनी चाहिए। लेकिन बार-बार समाजवादी पार्टी का नेता, मुसलमान है यही दिखाया जा रहा है। समाजवादी पार्टी और मुसलमान दिखाने की क्या जरूरत है।
सपा को बदनाम करने की हो रही साजिश
उन्होंने कहा कि जानबूझकर हमारी पार्टी को बदनाम करने की साजिश चल रही है। जब बलात्कार के मामले में भाजपा नेता आरोपी होते हैं तब कार्रवाई क्यों नहीं होती है। अभी तक इस केस में कुछ साबित नहीं हुआ है, लेकिन आपने घर तोड़ा शुरू कर दिया है। कल अगर वह रेपिस्ट जांच से छूट गया तो क्या उसका घर वापस लाकर देंगे। संविधान में कहीं नहीं लिखा है कि किसी आरोपी के घर को तोड़ दिया जाए। अगर अवैध निर्माण हुआ था तो अब तक अधिकारी क्या कर रहे थे। वह चुप क्यों थे। जैसे ही क्राइम होता है तो आपको हर चीज अवैध नजर आने लगती है। अबू आजमी ने कहा कि मायावती से पूछिए कि अखिलेश यादव अपने राज में कितने बेगुनाह लोगों का घर गिराया।
अबू आजमी का बेतुका बयान
अबू आजमी ने आगे कहा कि क्या मोईद खान पर लगा जुर्म साबित हो गया है। अगर साबित हुआ तो हम धक्के मार कर निकाल देंगे लेकिन अगर साबित नहीं होगा तो क्यों निकालें। इस केस की जांच वह लोग कर रहे हैं जो सरकार में हैं। हम इस पीड़िता के साथ हैं। लेकिन मोईद खान पर पहले एक्शन ले लें बिना किसी सबूत के। अगर एविडेंस मिला तो कार्रवाई होगी। अपना चेहरा न देखा गया, आपसे बेवजह आईन तोड़ दिया। लोग मुख्यमंत्री से मिलने चिल्लातें हैं लेकिन अपॉइंटमेंट नहीं मिलात है। लेकिन ये मुख्यमंत्री के पास जाकर फौरन बात कर लेती है। मुख्यमंत्री से मुलाकात 5 मिनट में हो जाती है। बहुत सारी पीड़िता ऐसी हैं, जिन्हें समझाकर बुलाया जाता है।