गाजीपुरः विधायक अब्बास अंसारी आज अपने पिता मुख्तार अंसारी की ‘फातिहा’ में शामिल होगें। इसके लिए अब्बास अंसारी का काफिला कासगंज जेल से गाजीपुर जिला जेल पहुंच गया है। जिला जेल में फॉर्मेलिटी पूरा होने के बाद अब्बास को काली बाग में मुख्तार अंसारी के कब्र के पास ले जाया जाएगा। जहां पर वे पिता की कब्र पर ‘फातिहा’ रस्म में शरीक होंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने दी है अनुमति
सुप्रीम कोर्ट ने विधायक अब्बास अंसारी को अपने पिता मुख्तार अंसारी की ‘फातिहा’ रस्म में शरीक होने की अनुमति दे दी थी। कानून-व्यवस्था बरकरार रखने को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से आशंका जताये जाने के बाद शीर्ष अदालत ने निर्देश दिया कि अब्बास अंसारी को कासगंज जेल से पर्याप्त सुरक्षा के साथ पुलिस हिरासत में उसके पैतृक निवास स्थान गाजीपुर ले जाया जाए।
पुलिस हिरासत में फातिहा में शामिल होंगे अब्बास
कोर्ट ने कहा कि अब्बास को बुधवार को पुलिस हिरासत में फातिहा में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी और इसके संपन्न होने के बाद उसे अस्थायी रूप से गाजीपुर की स्थानीय जेल में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। पीठ ने कहा कि गाजीपुर जिला प्रशासन सत्यापित करेगा कि क्या 11 अप्रैल को अन्य रस्म होनी है और यदि हां, तो अब्बास को पुलिस हिरासत में उसमें शामिल होने की अनुमति दी जाएगी। न्यायालय ने कहा कि अब्बास को 11 और 12 अप्रैल को अपने परिवार के सदस्यों से मिलने की अनुमति दी जाए। न्यायालय ने कहा कि उसे 13 अप्रैल को वापस कासगंज जेल लाया जाए।
सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया है ये निर्देश
अदालत ने कहा कि पुलिस यह सुनिश्चित करने के लिए आगंतुकों की तलाशी लेगी कि 'फातिहा' रस्म के आयोजन स्थल या अब्बास अंसारी के पैतृक घर में कोई भी व्यक्ति हथियार नहीं ले जा सके। पीठ ने अब्बास की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल का यह बयान भी दर्ज किया कि अब्बास मीडिया को संबोधित नहीं करेगा। पीठ ने कहा कि अब्बास ने अपने पिता को खो दिया है और वह न्यायिक हिरासत में होने के कारण अंत्येष्टि में शामिल नहीं हो सका था।
28 मार्च को हुई थी मुख्तार की मौत
इससे पहले अब्बास ने शीर्ष अदालत का रुख कर अपने पिता की अंत्येष्टि में शामिल होने की अनुमति मांगी थी लेकिन उसकी याचिका समय रहते सूचीबद्ध नहीं हो सकी और अंत्येष्टि संपन्न हो गई। मऊ से पांच बार के विधायक मुख्तार अंसारी की अंत्येष्टि कड़ी सुरक्षा के बीच 30 मार्च को गाजीपुर में हुई थी। मुख्तार अंसारी को हालत बिगड़ने पर बांदा जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था जहां 28 मार्च की रात उसकी मौत हो गई थी।
रिपोर्ट- शशिकांत तिवारी