उत्तर प्रदेश: चित्रकूट जेल में विधायक अब्बास अंसारी और उसकी पत्नी निखत की गैर कानूनी ढंग से मुलाकात मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। यूपी पुलिस ने बताया है कि अब्बास और निखत की मुलाकात के लिए जेल अधिकारियों और संबंधित लोगो के पास से करीब छह लाख रुपये की नकदी, एक कार और दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि इस मामले में अब तक जेल अधीक्षक और जेलर समेत कुल आठ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। पुलिस अधीक्षक ने बताया, निखत और अब्बास की मुलाकात के लिए जेल के अधिकारियों को नकदी व तोहफे देने का सिलसिला कई बार चला है। अभी तक यह पता चला कि अंतिम बार सात फरवरी को छह लाख रुपये दिए गए थे।'
निखत और अब्बास की मुलाकात थी महंगी
पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि चित्रकूट जेल में बंद विधायक अब्बास अंसारी और उसकी पत्नी निखत बानो की गैरकानूनी तरीके से जेल में मुलाकात कराने के पीछे मोटी रकम एवं महंगे उपहार का लालच ही सबसे बड़ा कारण था। उन्होंने बताया कि जेल में रहने के दौरान अब्बास को जेल अधीक्षक, जेलर, डिप्टी जेलर व वार्डन का पूरा सहयोग मिलता था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जेल में लगभग दो महीने से ये सब चल रहा था जिसमें जेल अधीक्षक अशोक सागर, जेलर संतोष कुमार तथा वार्डन जगमोहन सिंह की मुख्य भूमिका रही है।
डिप्टी जेलर का कमरा दिया जाता था
उन्होंने कहा कि अब तक की जांच में सामने आया कि रुपयों के लालच और विधायक अब्बास अंसारी के प्रभाव में आकर इन सबने जेल में इस तरह की गैर कानूनी मुलाकात को पूरे प्लान के तहत अंजाम दिया। बिना पर्ची के ही अब्बास की पत्नी निखत और उसके ड्राइवर नियाज को डिप्टी जेलर चंद्रकला के कमरे में जाने दिया जाता था। वहीं निखत और अब्बास मिलते थे और जेल का वार्डन जगमोहन सिंह जेल के अंदर तथा बाहर की व्यवस्था संभाला करता था। यही वार्डन कैंटीन चलाने वाले नवनीत सचान के घर से छह लाख रुपये लेकर आया था और सबको दिया था।
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