मैनपुरी: एक शख्स भोले बाबा के सत्संग में शामिल होने के लिए अपने घर से तो निकला और सत्संग में शामिल हुआ। मगर सत्संग के बाद वो लौटकर अपने घर वापस नहीं आया। उस शख्स को उसके बेटे और परिवार वाले तभी से ढूंढने में लगे हुए हैं मगर अब तक उन्हें कोई सुराग नहीं मिल पाया है। महावीर सिंह के घर के लोग उन्हें खोजने के लिए सत्संग में भी गए और उनके सेवादारों से भी मदद मांगी लेकिन सेवादारों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। आइए आपको विस्तार से बताते हैं कि पूरा मामला क्या है।
21 मई से लापता हैं महावीर सिंह
इस मामले की शुरुआत 21 मई से होती है जब महावीर सिंह भोले बाबा के सत्संग में शामिल होने के लिए अपने घर से निकलते और सत्संग में शामिल होते हैं। इस दौरान उनके परिवार के अन्य सदस्य भी सत्संग में गए मगर सभी को साथ में बैठने नहीं दिया गया। सत्संग के बाद महावीर सिंह कहीं नजर नहीं आए और वे घर भी वापस नहीं आए। इसके बाद उनके परिवार वालों ने उन्हें खोजना शुरू किया मगर कोई भी सुराग उनके हाथ नहीं लगा। महावीर सिंह को काफी खोजने के बाद पुलिस में उनके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई मगर अब तक पुलिस को भी महावीर सिंह का कोई सुराग नहीं मिला है।
भोले बाबा के सेवादारों ने की बदतमीजी
महावीर सिंह के बेटों ने उन्हें काफी खोजा मगर वो नहीं मिले। इसके बाद वो सत्संग में मौजूद सेवदारों के पास मदद के लिए पहुंचे। महावीर सिंह के बेटों ने सेवादारों को एक पर्ची दी जिसपर उनका नाम और अन्य जरूरी डिटेल था। उनकी विनती थी कि सेवादार माइक में इसकी अनाउंसमेंट कर दें ताकि उन्हें उनके पिता मिल जाए। मगर सत्संग के सेवादारों ने उनके साथ बदतमीजी की और हर बार उस पर्ची को फाड़कर कूड़ेदान में डाल दिया।
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