कंपनी ने पहली बार, कोविड-19 को देखते हुए पिछले साल लॉकडाउन के दौरान इस वर्ग में प्रवेश किया था लेकिन अपने फूड डिलिवरी व्यापार के सुधरने के बाद उसने यह वर्ग छोड़ दिया था।
जोमैटो का गठन 2008 में हुआ था। इस समय कंपनी देश के 525 शहरों में रेस्त्रां में तैयार व्यंजनों के पार्सल का वितरण कर रही है।
ग्रोफर्स ने कहा कि उपभोक्ता दिल्ली, गुरुग्राम, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, जयपुर, गाजियाबाद, नोएडा और लखनऊ में दैनिक आवश्यकता के 7000 से अधिक उत्पादों का ऑर्डर कर सकते हैं।
जोमैटो की स्थापना 2010 में हुई थी, जबकि ग्रोफर्स इंडिया की स्थाना मई 2015 में की गई थी। हैंड्स ऑन ट्रेड्स की स्थापना सितंबर 2015 में हुई थी।
नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने शुक्रवार को कहा कि डिजिटल प्रौद्योगिकी ने भारत में स्टार्टअप के लिए उर्वराशक्ति प्रदान की है
फूड डिलिवरी कंपनी Zomato शेयर बाजार में लिस्ट होते ही उन कंपनियों की लिस्ट में शामिल हो गई है जिनका कुल बाजार मुल्य 1 लाख करोड़ रुपए के ऊपर है।
बृहस्पतिवार को देर शाम भारत में जोमैटो और पेटीएम जैसी कई ऑनलाइन मंचों की सेवाएं अस्थायी रूप से बाधित हो गयी।
व्यंजनों का ऐप आधारित आर्डर लेने और वितरण करने वाली कंपनी जोमैटो का शेयर शुक्रवार को शेयर बाजार में सूचीबद्ध किया जाएगा। पहले के कार्यक्रम के अनुसार बाजार में यह अगले सप्ताह खुलने वाला था।
दुनियाभर में पेटीएम, जोमैटो, अमेजन, डिजनी प्लस, सोनी लाइव, डेल्टा एयर लाइन्स, हॉटस्टार, सोनी लाइव, अमेरिकन एक्सप्रेस सहित कई इंटरनेट आधारित सेवाएं गुरुवार को डाउन हो गईं।
2014 में स्थापित स्विगी 500 से अधिक शहरों में 150000 रेस्टॉरेंट्स पार्टनर्स और स्टोर के साथ उपभोक्ताओं को जोड़ती है।
ऑनलाइन फूड वितरण कंपनी जोमैटो के प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) में हिस्सा पाने के लिए खुदरा निवेशक शुक्रवार को टूट पड़े जिससे उसे पेशकश के तीसरे और अंतिम दिन 38 गुना ज्यादा बोलियां प्राप्त हुई।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार 71.92 करोड़ शेयरों के इश्यू के मुकाबले पहले ही दिन कुल 75.60 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिल गयी हैं। खुदरा निवेशकों के सेग्मेंट को 2.69 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है।
फूड डिलिवरी मंच जोमैटो का 9,375 करोड़ रुपये का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) बुधवार को खुल गया है।
श्री बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिए 700 करोड़ रुपये जुटाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी के समक्ष आवेदन किया है।
एनआरएआई ने कहा कि जोमैटो और स्विगी चेतावनी देते हैं कि अगर उन्होंने एक जैसी कीमत रखी तो संबंधित रेस्तरां के नाम अपने मंच से हटा देंगे।
एनआरएआई ने अतिरिक्त सूचना में आरोप लगाया कि जोमैटो और स्विगी ने 2020-21 में आर्डर मूल्य का 25 से 35 प्रतिशत कमीशन लिये। साथ ही कई ऐसे उदाहरण हैं, जब दोनों डिजिटल कंपनियों ने भुगतान में देरी की।
प्री-ओपन आईपीओ एप्लीकेशन के साथ एक यूजर दिन में कभी भी आईपीओ के लिए ऑर्डर कर सकता है। यह ऑर्डर पेटीएम मनी के सिस्टम में रिकॉर्ड होता है
कंपनी का आईपीओ 14 जुलाई को खुलेगा वहीं निवेशक 19 जुलाई तक शेयरों के लिये एप्लीकेशन दे सकेंगे। सूत्रों की माने तो कंपनी के इश्यू का प्राइस बैंड 70-72 रुपए हो सकता है।
जोमैटो ने शुक्रवार को कहा कि वह अपनी डिलीवरी सेवा में महिलाओं की संख्या को साल के अंत तक बढ़ाकर 10 प्रतिशत कर देगी।
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