सिर्फ पेटीएम, जोमैटो, पीबी फिनटेक, कारट्रेड टेक और एफएसएन ई-कॉमर्स को देंखे तो इन पांच कंपनियों ने निवेशकों को अभी तक करीब 2.50 लाख करोड़ रुपये डूब चुके हैं।
पेटीएम का शेयर आपने इश्यू प्राइस 2150 रुपये से टूटकर 849 रुपये रह गया है। पेटीएम में निवेश करने वाले निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि स्टार्टअप कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट की वजह है इन कंपनियों का कारोबार घाटे में होना है।
मृतक की पहचान सलील त्रिपाठी के रूप में हुई थी। सलील परिवार में कमाने वाले अकेले शख्स थे। जब इसकी जानकारी अन्य लोगों को मिली तो वह उनकी मदद के लिए आगे आए। सलील की पत्नी के बैंक अकाउंट में लोग लगातार पैसे डाल रहे हैं।
जोमैटो और सॉफ्टबैंक द्वारा वित्तपोषित इस कंपनी ने कुछ महीने पहले 10 मिनट की डिलीवरी के वादे के साथ अपनी फास्ट डिलिवरी सर्विस शुरू की थी।
सोशल मीडिया पर कब और क्या चर्चा का विषय बन जाए इस बात अंदाजा लगाना बेहद मुश्किल होता है। बीते दिनों दो बड़ी कंपनियां विवाद में रहीं। इस पूरे मसले में भाषा केंद्र बिंदु रही।
सोशल मीडिया पर जोमैटो और हिंदी का मुद्दा गर्माया हुआ है। जानिए क्या है ये पूरा मामला और इसमें नया अपडेट क्या है।
जोमैटो ने कहा कि गुप्ता 2015 में कंपनी से जुड़े थे। 2019 में उन्हें कंपनी का सह-संस्थापक घोषित किया गया। वह 2021 में आपूर्ति प्रमुख बने। जोमैटो ने कहा, ‘‘वह न तो कंपनी के प्रवर्तक थे और न ही उनके पास कंपनी के कोई इक्विटी शेयर हैं।
अनुमान के मुताबिक फूड डिलीवरी एग्रीग्रेटर द्वारा पिछले दो सालों में तथाकथित अंडर-रिपोर्टिंग के कारण सरकार को 2000 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है।
गुप्ता ने एक आंतरिक मेल में कहा है कि वह जोमैटो में 6 साल तक रहने के बाद अब एक नए अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं।
कंपनी ने पहली बार, कोविड-19 को देखते हुए पिछले साल लॉकडाउन के दौरान इस वर्ग में प्रवेश किया था लेकिन अपने फूड डिलिवरी व्यापार के सुधरने के बाद उसने यह वर्ग छोड़ दिया था।
जोमैटो का गठन 2008 में हुआ था। इस समय कंपनी देश के 525 शहरों में रेस्त्रां में तैयार व्यंजनों के पार्सल का वितरण कर रही है।
ग्रोफर्स ने कहा कि उपभोक्ता दिल्ली, गुरुग्राम, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, जयपुर, गाजियाबाद, नोएडा और लखनऊ में दैनिक आवश्यकता के 7000 से अधिक उत्पादों का ऑर्डर कर सकते हैं।
जोमैटो की स्थापना 2010 में हुई थी, जबकि ग्रोफर्स इंडिया की स्थाना मई 2015 में की गई थी। हैंड्स ऑन ट्रेड्स की स्थापना सितंबर 2015 में हुई थी।
नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने शुक्रवार को कहा कि डिजिटल प्रौद्योगिकी ने भारत में स्टार्टअप के लिए उर्वराशक्ति प्रदान की है
फूड डिलिवरी कंपनी Zomato शेयर बाजार में लिस्ट होते ही उन कंपनियों की लिस्ट में शामिल हो गई है जिनका कुल बाजार मुल्य 1 लाख करोड़ रुपए के ऊपर है।
बृहस्पतिवार को देर शाम भारत में जोमैटो और पेटीएम जैसी कई ऑनलाइन मंचों की सेवाएं अस्थायी रूप से बाधित हो गयी।
व्यंजनों का ऐप आधारित आर्डर लेने और वितरण करने वाली कंपनी जोमैटो का शेयर शुक्रवार को शेयर बाजार में सूचीबद्ध किया जाएगा। पहले के कार्यक्रम के अनुसार बाजार में यह अगले सप्ताह खुलने वाला था।
दुनियाभर में पेटीएम, जोमैटो, अमेजन, डिजनी प्लस, सोनी लाइव, डेल्टा एयर लाइन्स, हॉटस्टार, सोनी लाइव, अमेरिकन एक्सप्रेस सहित कई इंटरनेट आधारित सेवाएं गुरुवार को डाउन हो गईं।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़